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दावा : आजसू के लंबे संघर्ष के बाद केंद्र सरकार झारखण्ड गठन के लिए हुई थी बाध्यः गौतम सिंह 

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रांचीः

झारखण्ड आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग ने आज आजसू पार्टी केंद्रीय कार्यालय सचिव बनमाली मंडल एवं आशुतोष गोस्वामी को आंदोलनकारी के रुप में चिन्हित किये जाने पर सम्मानित किया। मौके पर झारखण्ड छात्र संघ (आजसू) के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सिंह ने कहा कि आजसू के ही प्रतिनिधियों ने ही प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी से मिलकर अलग झारखण्ड राज्य की मांग की थी। जिसके बाद अलग राज्य का गठन हुआ। झारखण्ड निर्माण में अपना सर्वस्व देनेवाले झारखण्ड आंदोलनकारी आज गुमनामी की जिंदगी जी रहे हैं। उन्हें वो मान और सम्मान नहीं मिला, जिसके वे असली हक़दार थे। उनके सपनों को पूरा करना तथा उन्हें मान-सम्मान दिलाना ही हमारा मूल उद्देश्य है।


 

आंदोलनकारियों के त्याग का फल है झारखंड 
उन्होंने कहा कि आज जिस झारखंड में हम सभी विचरण कर रहे हैं, यह आप सभी आंदोलनकारियों के त्याग, समर्पण और परिकल्पना का ही प्रतिफल है। आजसू ने ना सिर्फ अलग झारखण्ड राज्य आंदोलन को गति दी बल्कि इसे मुकाम तक पहुंचाया। 


ये सभी रहे मौजूद 
आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से आनंद टी.राव, विश्वास उरांव, अशोक कच्छप, पंकज तिवारी, गौतम सिंह, नीरज वर्मा, ज्योत्सना केरकेट्टा, नीतीश सिंह, अभिषेक शुक्ला, अभिषेक झा, आशुतोष, प्रशांत पाठक, बबलू महतो, विकाश महतो ने बनमाली मंडल एवं आशुतोष गोस्वामी को बधाई दी।