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Followup Special News

भारत की 2.5 फ्रंट वॉर : युद्ध सिर्फ़ सीमा पर नहीं, विचारों की धरती भारत के अंदर भी

पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश में एक सुनियोजित वैचारिक हमला भी शुरू हो चुका है, वह हमला जो बंदूकों से नहीं, शब्दों और प्रपंचों से किया जाता है।

जब बोर्ड में फेल हुए अभिषेक के लिए केक काटा गया, क्योंकि ज़िंदगी किसी एक परीक्षा से नहीं रुकती

10वीं बोर्ड के नतीजे घोषित हुए। देशभर में जश्न मन रहे थे, लेकिन बागलकोट के एक घर में जो हुआ, वह बाकियों से बिल्कुल अलग था—और बेहद खास भी।

भारत सांस्कृतिक रूप से 'हिन्दू राष्ट्र', बावजूद इसके 'हिन्दू राष्ट्र' की मांग क्यों?

देश में इन दिनों 'हिन्दू-राष्ट्र' की चर्चा जोर पकड़ रही है। धार्मिक और राजनीतिक मंचों से भारत को हिन्दू-राष्ट्र बनाने की मांग की जा रही है। लेकिन यह आग से खेलने जैसी बात है।

जेल ने बनाया जननायक: हेमंत बने झारखंड से लेकर झामुमो तक के बॉस

झारखंड की राजनीतिक ज़मीन पर जब भी जनसंघर्ष, सामाजिक न्याय और आदिवासी अस्मिता की बात होगी, हेमंत सोरेन का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।

कल ईसाई मनायेंगे Palm Sunday, पर्व से जुड़ीं 5 अनोखी बातें जिन्हें बहुत कम लोग जानते हैं 

पाम संडे (Palm Sunday) जिसे "खजूर रविवार" के नाम से भी जाना जाता है, ईसाई धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है।

टिप्पणी : राजनीतिज्ञों के बहकावे में आकर सामाजिक सद्भाव मत बिगड़ने दीजिए

गिरिडीह के राजधनवार में रमज़ान में होली के गाने न बजाने की बात को लेकर एक समूह ने दुकानें जला दीं, बाइक में आग लगा दी। यह घटना निंदनीय है।

पेसा कानून : छठी अनुसूची के पैटर्न के अनुपालन का क्या संदर्भ है?

कई साथियों की मान्यता है कि पेसा नियमावली में राज्य को पेसा-1996 के 4(o)के प्रावधानों के अनुरूप छठी अनुसूची के पैटर्न के अभिशासन की दिशा में पहल करनी चाहिए।

माफी और दुआओं की रात शब-ए-बारात आज, राज्य सरकार ने कल घोषित की छुट्टी

शब-ए-बारात इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से शाबान महीने की 15वीं रात को मनाया जाता है और इसे "इबादत की रात" या "दुआओं की रात" के नाम से भी जाना जाता है।

गर्मी आते ही बढ़ जाती है पुटकल साग की मांग, कई तरह से लोग करते हैं इस्तेमाल

गर्मी का मौसम शुरू होते ही औषधिय गुणों से भरपूर पुटकल साग की मांग बाजारों में बढ़ जाती है। स्वाद में खट्टा लगने वाले पुटकल साग में विटामिन सी प्रचुर मात्रा पाई जाती है। जो शरीर के लिए काफी फायदेमंद है।

संथाली समाज की अहम बैठक, बताया पारसनाथ पहाड़ क्यों है आदिवासियों का

आज संथाल समाज की बैठक राजकीय अतिथिशाला, रांची में हुई। इसमें संथाल समाज के धार्मिक, सामाजिक एवं जन संगठन के प्रतिनिधि तथा समाज के बुद्धिजीवी शामिल हुए। बैठक में गिरिडीह, हजारीबाग, संताल परगना, ओडिशा, पश्चिम बंगाल एवं कोल्हान क्षेत्र से लोग उपस्थित थे।

6 फरवरी, शहादत दिवस पर विशेष : प्रेमचंद सिन्हा, AJSU के बनने में जिनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता

शहीद प्रेमचंद सिन्हा के अद्भुत साहसिक कार्यों ने एकीकृत बिहार के छात्रों को शिक्षण संस्थाओं में अराजकता के खिलाफ बड़े-बड़े आंदोलनों के लिए प्रेरित किया था। झामुमो के उदय के बाद, इसके शीर्ष नेता यह महसूस करने लगे थे कि झारखंड अलग राज्य आंदोलन में छात्र-युव

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