जामताड़ा:
जिसकी जितनी भागीदारी उसकी उतनी हो हिस्सेदारी, मदरसा बोर्ड और उर्दू एकेडमी जल्द खुले, अल्पसंख्यक बच्चों के पलायन पर रोक लगे, नारायणपुर में अल्पसंख्यक बालिका विद्यालय खुले और 15 सूत्री कार्यों का क्रियान्वयन ईमानदारी से राज्य में हो। उक्त मांगों का प्रस्ताव मिंझिया मोमिनपाडा में हुए अल्पसंख्यक जागो सम्मेलन में पास किया गया। वहीं सभी ने संकल्प लिया कि कम खाएंगे लेकिन अपने बच्चों को पढ़ाएंगे। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि जामताड़ा के विधायक सह झारखण्ड राज्य हज समिति के चेयरमेन डॉ इरफान अंसारी शरीक हुए।
मौके पर विधायक डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि आपकी मांगों से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अवगत कराऊंगा और आपको उचित सम्मान दिलाने की मांग करूंगा। आप सब से आग्रह है कि आप लोग शिक्षा पर ध्यान दें। जहां शिक्षा है वहीं विकास है। जहां शिक्षा नहीं है वहां जात पात धर्म और नफरत है। हम लोग शिक्षा की कमी के कारण आपस में लड़ते-झगड़ते हैं, ये अच्छी बात नहीं है। अभी आपने देखा होगा कि हाल के दिनों में मैंने चंगाडीह में बावय हाई स्कूल देने का काम किया है ताकि हमारे बच्चे-बच्चियां वहां गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ग्रहण करें। लड़कों के साथ-साथ लड़कियों को भी उच्च शिक्षा दिलाना है। लड़का-लड़की में भेदभाव न करें। दोनों को एक समान शिक्षा और सुविधाएं दें।
सम्मेलन की अध्यक्षता भगीरथ पंडित ने की। वक्ताओं ने कहा कि हम लोगों ने बड़ी उम्मीद के साथ सरकार का गठन किया लेकिन सरकार में अभी तक अल्पसंख्यकों का विकास नहीं हुआ। हमारे बच्चों को रोजगार से नहीं जोड़ा गया। जिस कारण अल्पसंख्यक समुदाय में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों ने कहा कि सभी धर्मों के साथ प्रेम से रहना देश की परंपरा रही है। कार्यक्रम में मौलाना जाकिर हुसैन, मजीद अंसारी, शफीक अंसारी, नईम अंसारी, इमरान अंसारी सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।