द फॉलोअप डेस्क
बिहार में बाढ़ का भयावह होता रूप, जनता के लिए परेशानी का सबब बन गया है। इसे लेकर संकट गहरा रहा है, जिससे कई जिलों की स्थिति अब भयावह हो गयी है। नेपाल और बिहार में हुई जोरदार बारिश के कारण बिहार की नदियां और जलश्रोत लबालब भर गए हैं।
कोसी-सीमांचल में बाढ़ का विकराल स्वरूप देखने को मिल रहा है। यहां कोसी बराज से छोड़े गये पानी का तांडव दिखने लगा है। इस कारण बाढ़ग्रस्त इलाकों में डूबने से लोगों की मौत के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 3 दिनों में 2 दर्जन से अधिक लोगों की मौत डूबने से हो चुकी है। केवल मंगलवार 01 अक्टूबर को बाढ़ग्रस्त इलाकों में डूबने से डेढ़ दर्जन लोगों की जान चली गई। जिसमें बच्चों समेत 9 लोगों की मौत कोसी-सीमांचल इलाके में हुई है।बाढ़ के कारण सुपौल, सहरसा, पूर्णिया, अररिया, कटिहार, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण और गोपालगंज समेत कुछ अन्य जिलों में लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। इस कारण नदियां ऊफान पर हैं और बाढ़ का पानी तेजी से ग्रामीण इलाकों में फैल रहा है।