द फॉलोअप डेस्क
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य सरकार विभिन्न विभागों में नई नौकरियों का ऐलान कर रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार की ओर से हर विभाग में बहाली के लिए लगातार विज्ञापन जारी हो रहे हैं। इसी क्रम में प्रदेश के विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर बड़ी नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने वाली है। इसे लेकर इंटरव्यू प्रक्रिया का आयोजन होगा।
इन पदों पर होगी भर्ती
बता दें कि बिहार के विश्वविद्यालयों में स्थायी सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति प्रक्रिया फिर से 19 फरवरी से शुरू हो रही है। इस दौरान इतिहास विषय के 316 पदों के लिए साक्षात्कार 24 फरवरी तक आयोजित किए जाएंगे। इस विषय के लिए लगभग 1000 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया है। वहीं, पटना विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर इतिहास विभाग में केवल एक स्थायी शिक्षक हैं, जबकि बाकी सभी गेस्ट फैकल्टी के भरोसे हैं। इसके अलावा, अन्य कॉलेजों में भी इतिहास के सिर्फ दो से तीन शिक्षक ही हैं।1931 रिक्त पदों पर होगी बहाली
बताया जा रहा है कि राज्य के दूसरे विश्वविद्यालयों की स्थिति भी बेहतर नहीं है। जबकि इतिहास विषय में सबसे अधिक छात्रों का नामांकन होता है। वहीं, इतिहास के साक्षात्कार के बाद, अन्य 12 विषयों के लिए भी साक्षात्कार होना बाकी है। कुल 13 विषयों में 1931 रिक्तियों को भरा जाएगा। इन पदों के लिए 32,140 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इन 13 विषयों में सबसे अधिक रिक्तियां वनस्पति विज्ञान (333), इतिहास (316), जन्तु विज्ञान (285), राजनीति विज्ञान (280), अंग्रेजी (253), वाणिज्य (112), और पर्यावरण विज्ञान (104) में हैं।
जानकारी हो कि इससे पहले बिहार लोक सेवा आयोग ने जानकारी दी थी कि राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में सहायक प्राध्यापक की नियुक्ति प्रक्रिया मई तक पूरी हो जाएगी। हालांकि, अब तक सहायक प्राध्यापक के 4636 पदों में से 2707 पदों के परिणाम जारी किए जा चुके हैं। जबकि इतिहास विषय के 316 पदों के लिए परिणाम फरवरी के अंतिम सप्ताह में जारी किया जाएगा।