द फॉलोअप डेस्क
बिहार की राजधानी पटना से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया हैं। गांधी मैदान थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल पर आरोप है कि डॉक्टरों ने 10 महीने के मृत बच्चे का 3 दिनों तक इलाज किया और परिजनों से पैसे लेते रहे। जब बच्चे के शव से बदबू आने लगी, तब उसे दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया गया।
बच्चे की मां अनिमा ने बताया कि उनके बेटे की बुधवार को सांस लेने में दिक्कत हुई, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन कुछ घंटों बाद ही उसकी मौत हो गयी। बावजूद इसके, डॉक्टरों ने 3 दिनों तक उसे जिंदा बताकर इलाज जारी रखा और उनसे पैसे वसूले। जब बच्चे के शव से दुर्गंध आने लगी, तो डॉक्टरों ने उसे जिंदा बताते हुए दूसरे अस्पताल में ले जाने को कहा। परिजन जब दूसरे अस्पताल पहुंते, तो वहां के डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे की मौत 48 घंटे पहले हो चुकी है।
परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया, लेकिन उन्होंने किसी कानूनी कार्रवाई से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि अस्पताल प्रशासन को अपनी गलती स्वीकार कर माफी मांगनी चाहिए। मामले को लेकर अस्पताल में हंगामा भी हुआ। जब परिजन डॉक्टरों से जवाब मांगने पहुंचे, तो उन्हें बाहर निकालने की कोशिश की गयी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और काफी समझाने के बाद मामला शांत हुआ। फिलहाल इस पूरे मामले में अस्पताल की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।