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सावधान! : ह्यूमन ट्रैफिकिंग गैंग एक्टिव, छोटी बच्चियों को बना रहे निशाना

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पटना:

16 जून को पटना (Patna) के पीरबहोर थाना क्षेत्र से गायब हुई बच्ची को अखिरकार पुलिस (Patna Police) ने ढूढ़ निकाला है। पुलिस ने बच्ची की बरामदगी कदमकुआं (Kadamkuan) थाना क्षेत्र के लालजी टोले से की है। इसके साथ ही पुलिस ने बहुत बड़ा खुलासा किया है। जिससे जिले में खलबली मच गई है। बच्ची की बरामदगी के बाद शुक्रवार को पुलिस ने कहा कि बच्ची ह्यूमन ट्रैफिकिंग गिरोह (human trafficking gang) के कब्जे में थी। साथ ही लोगों से अपील की है कि हर पल अपने बच्चों पर नजर रखें। बच्ची का नाम लाडो है।

ह्यूमन ट्रैफिकिंग गैंग का शिकार हुई थी लाडो
इस मामले के बाद मानो पुलिस की नींद ही उड़ गई है। पुलिस ने जो खुलासा किया है उससे पटना में खलबली मच गई है। दरअसल 3 साल की लाडो ह्यूमन ट्रैफिकिंग गैंग का शिकार हो गई थी। लाडो को 500 रुपये में रेखा ने एक युवक से खरीदा था। रेखा अपने लालजी टोला स्थित घर में सेक्स रैकेट चला रही थी। पुलिस ने छापेमारी के दौरान वहां से 3 महिलाओं और पुरुषों को भी पकड़ा है।

16 जून को लापाता हुई थी लाडो
16 जून को लापाता हुई बच्ची की खोज में पुलिस लगातार लगी थी। लेकिन उनके हाथ कुछ लग नहीं पा रहा था। इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि लाडो को कदमकुआं थाना क्षेत्र के लालजी टोले में रखा गया है। जिसके बाद पटना एसएसपी के अगुवाई में एक टीम का गठन कर तुरंत उस स्थान पर पुलिस द्वारा दबिश दी गई है। जहां से रेखा नाम की महिला के घर से 3 साल की लाडो बरामद हो गई। लाडो की बरामदगी से जहां परिजन बेहद खुश हैं, वहीं पटना पुलिस ने भी संतोष और राहत की सांस ली है।

राज्य में ऐसे और गिरोह के सक्रिय होने की उम्मीद
पटना एसएसपी ने कहा कि उन महिलाओं से लगातार पूछताछ की जा रही है। उन्होंने माना कि बच्ची को गलत नियत से अगवा किया गया था। पुलिस को ऐसे और गिरोह राज्य में सक्रिय हो सकते है। पुलिस मामले की जांच में लगी है।