द फॉलोअप डेस्क
बिहार में आगामी चुनाव को लेकर कांग्रेस पूरी तरह से सक्रिय हो गई है। कांग्रेस के नए प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरू महज 13 दिनों के अंदर तीसरी बार पटना पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी RJD को कड़ा संदेश दिया कि कांग्रेस बिहार में ए टीम बनकर चुनाव लड़ेगी, न कि बी टीम बनकर। उनका कहना है कि पार्टी का मुख्य उद्देश्य राज्य में संगठन को मजबूती प्रदान करना है और चुनाव में बेहतर परिणाम प्राप्त करना है।
महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर जंग
बताया जा रहा है कि महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर जुबानी जंग पहले ही शुरू हो चुकी है। कांग्रेस के कई नेता यह कह चुके हैं कि पार्टी 70 से कम सीटों पर समझौता नहीं करेगी। वहीं, RJD सूत्रों के मुताबिक पार्टी कांग्रेस को 35-40 सीटों तक सीमित रखने की सोच रही है। हालांकि, कृष्णा अल्लावारू ने कहा कि सीट बंटवारे पर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है, लेकिन इस बार कांग्रेस ए टीम बनकर ही काम करेगी।अल्लावरू ने किया तेजस्वी का समर्थन
इसके साथ ही कृष्णा अल्लावारू ने नीतीश सरकार को खटारा कहने वाले तेजस्वी यादव के बयान का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि बिहार में जो डबल इंजन की सरकार है, वह खटारा से भी बदतर साबित हुई है। उन्होंने कहा कि जब ये लोग वोट मांगने जाएं, तो जनता को यह पूछना चाहिए कि इनके लिए इन लोगों ने क्या किया है। अगर कुछ नहीं किया, तो इनसे सवाल किया जाना चाहिए।
बैकफुट पर नहीं रहना चाहती कांग्रेस
वहीं, नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार के राजनीति में उतरने के मुद्दे पर कृष्णा अल्लावरू ने कहा कि यह नीतीश, निशांत और एनडीए का मामला है। कांग्रेस इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेगी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि जो भी जनता के लिए काम करेगा, कांग्रेस उसका स्वागत करेगी। जानकारी हो कि कांग्रेस अब सीटों के मुद्दे पर बैकफुट पर नहीं रहना चाहती। इसके लिए कांग्रेस ने RJD पर दबाव बनाने की कोशिश करना शुरू कर दिया है। पहले 70 सीटों की डिमांड और अब खुद को महागठबंधन की ए टीम बताकर कांग्रेस ने अपनी रणनीति स्पष्ट कर दी है।