द फॉलोअप डेस्क
बिहार के भागलपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 फरवरी को एक विशाल किसान सम्मान जनसभा को संबोधित करेंगे। इसमें प्रदेश के कई जिलों के किसान भाग लेंगे। यह जनसभा भाजपा के लिए बिहार विधानसभा चुनाव की शुरुआत का प्रतीक होगी। प्रधानमंत्री मोदी इस जनसभा के दौरान पीएम किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त भी किसानों के खातों में भेजेंगे। इस कार्यक्रम में किसानों का विशाल हुजूम उमड़ने की उम्मीद है। भाजपा इसे आगामी चुनाव में अपने पक्ष में मोड़ने के लिए एक अहम कदम मानती है।भाजपा की चुनावी रणनीति
बता दें कि भागलपुर और इसके आसपास के जिले कृषि प्रधान क्षेत्र हैं, जहां करीब ढाई लाख किसान पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठा रहे हैं। इस इलाके में कृषि विश्वविद्यालय भी स्थित है। ऐसे में राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि पीएम की इस रैली का असर बिहार के 13 जिलों – भागलपुर, बांका, मुंगेर, लखीसराय, जमुई, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार और खगड़िया – के विधानसभा क्षेत्रों पर पड़ेगा। भाजपा ने इस कार्यक्रम को लेकर व्यापक तैयारी की है। इसके साथ ही किसानों से सीधा संवाद स्थापित करने का पूरा प्रयास किया है। पीएम मोदी जनसभा में किसानों के बीच चलते हुए मंच तक जाएंगे, ताकि वे सीधे तौर पर प्रधानमंत्री से जुड़ सकें।क्या रहेगा भाजपा का फोकस
वहीं, राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इस किसान सभा के जरिए भाजपा उन क्षेत्रों में NDA की स्थिति मजबूत करने की कोशिश करेगी, जहां पहले से उसका दबदबा है। साथ ही जिन क्षेत्रों में NDA पिछड़ रही है, वहां पार्टी खुद के लिए जमीन तैयार करने की योजना बना रही है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने भी इस जनसभा को चुनावी शंखनाद करार दिया। जायसवाल ने कहा कि इससे NDA की स्थिति और भी मजबूत होगी।
भाजपा की तैयारी पूरी
बताया जा रहा है कि भाजपा इस जनसभा की तैयारियों में महीने भर से जुटी हुई है। पार्टी का दावा है कि यह रैली रिकॉर्ड बनाएगी। अब तक इस तरह की जनसभा बिहार में नहीं हुई है। पंडाल, मंच, और जनसभा स्थल पर भाजपा के नेताओं की सक्रियता और स्थानीय कार्यकर्ताओं की मेहनत यह दिखाती है कि इस रैली में भारी संख्या में लोग जुटने की संभावना है। इस जनसभा से भाजपा के लिए केवल किसानों के मुद्दों पर बात करने का अवसर नहीं होगा। बल्कि यह पार्टी के चुनावी अभियान का मुख्य आधार भी बनेगा।