द फॉलोअप डेस्क
बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसे लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। सभी प्रमुख राजनीतिक दल अपनी-अपनी स्थिति को मजबूत करने में जुटे हुए हैं। इस बीच जन सुराज के संस्थापक और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव के परिणाम के बाद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद पर नहीं रहेंगे।
प्रशांत किशोर ने की NDA से मांग
बता दें कि गुरुवार को मोतिहारी में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के बाद प्रशांत किशोर ने कहा कि "NDA की ओर से अभी तक मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा नहीं की गई है। हमारी मांग है कि NDA की ओर से नीतीश कुमार का चेहरा घोषित किया जाए। अगर NDA और खासकर बीजेपी में हिम्मत है, तो उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए कि अगला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे। अगर ऐसा नहीं होता, तो यह समझा जाएगा कि NDA में दम नहीं है।"नीतीश का सीएम पद समाप्ति की ओर
वहीं, प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि भाजपा के नेता, जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या गृहमंत्री अमित शाह, ने अब तक यह नहीं कहा है कि नीतीश कुमार ही अगले मुख्यमंत्री होंगे। जो भी बिहार की राजनीति को समझते हैं, उन्हें यह पता है कि नीतीश कुमार का मुख्यमंत्री पद का समय अब समाप्ति की ओर है। चाहे चुनाव में किसी भी तरह का परिणाम आए, यदि NDA को जीत मिलती है तो भी मुख्यमंत्री वह नहीं होंगे, जो अमित शाह और मोदी तय करेंगे।
नीतीश को लेकर किया दावा
इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया है कि यह साफ है कि नवंबर के बाद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। चाहे बिहार में NDA को जीत मिले या नहीं, नीतीश कुमार का समय अब खत्म हो चुका है। आप हमसे लिखकर ले सकते हैं कि नवंबर में बिहार में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। प्रशांत किशोर का यह बयान बिहार की राजनीति में एक नई बहस छेड़ने का संकेत दे रहा है, क्योंकि उनकी भविष्यवाणी के बाद यह सवाल उठने लगा है कि क्या नीतीश कुमार का राजनीतिक भविष्य वाकई संकट में है।