बक्सर:
मां ने जिस बेटे को मृत समझकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया था, वो बेटा 12 साल बाद वापस लौट रहा है। मामला बिहार के बक्सर जिला स्थित खिलाफतपुर गांव का है। युवक का नाम छवि है। 20 साल की उम्र में छवि अचानक गुम हो गया। बहुत खोजबीन की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। छवि की मां ने मान लिया कि उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा।
परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया। इधर, छवि की पत्नी ने दूसरी शादी कर ली। फिर अचानक एक दिन पता चला कि छवि पाकिस्तान की जेल में बंद है।
विदेश मंत्रालय ने दी जिंदा होने की जानकारी
कहते हैं कि जिस दिन छवि की मां को बेटे के जिंदा होने की जानकारी मिली। विदेश मंत्रालय के अधिकारी जब ये सूचना लेकर छवि के घर पहुंचे तो मां की उन पलकों से आंसू ढलक पड़े जो बेटे के इंतजार में सूख गई थीं। इस संबंध में बक्सर के पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार सिंह ने बताया कि 5 अप्रैल को पाकिस्तान की सरकार ने छवि को अटारी बॉर्डर पर सीमा सुरक्षा बल को सौंपा।
बीएसएफ ने छवि को गुरुदासपुर जिला प्रशासन के हवाले कर दिया। फिर बक्सर के जिलाधिकारी को इसकी सूचना दी गई। अब, छवि को लाने के लिए बक्सर पुलिस की एक टीम गुरुदासपुर पहुंच चुकी है। इधर, मां बेसब्री से बेटे का इंतजार कर रही है।
लापता होने वक्त 20 साल का था छवि नाम का युवक
छवि के बड़े भाई बताते हैं कि जब वो लापता हुआ, तकरीबन 20 साल का था। हमने कभी इसकी सूचना थाने में नहीं दी। भाई ने बताया कि उसका भाई पहले भी कई बार घर से गायब हुआ और फिर लौट आता था। हमें लगा कि इस बार भी लौट जायेगा, लेकिन जब लंबा वक्त गुजर गया और छवि नहीं लौटा तो हमने उसे मृत मानकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
बाद में थाने से जानकारी मिली कि हमारा भाई पाकिस्तान की जेल में बंद है। हमलोगों ने उसकी तस्वीर देखी और पहचान गये।
मां वृति देवी बेटे की तस्वीर देख रो पड़ती हैं
छवि की मां वृति देवी रूंधे गले से बताती हैं कि हमने उसके जिंदा होने की उम्मीद छोड़ दी थी। मुझे बताया गया कि छवि पाकिस्तान में है। अब वो लौटने वाला है। मैं उसका इंतजार कर रही हूं। विदेश मंत्रालय के कागज पर बेटे की तस्वीर देख वो बार-बार फफक पड़ती हैं। गौरतलब है कि छवि की शादी 14 साल पहले अनिता से हुई थी।
लापता होने के बाद अनिता ने छवि के होने वाले बच्चे को जन्म दिया। 2 साल इंतजार करने के बाद अनिता ने दूसरी शादी कर ली। वो गांव से बच्चे को लेकर चली गई।