द फॉलोअप डेस्क
बिहार में इन दिनों मौसम का मिजाज बड़े ही अजीबो-गरीब तरीके से बदल रहा है। एक पल तो हल्की ठंड और कोहरे का सामना करना पड़ता है, तो दूसरे पल तेज धूप से गर्मी का एहसास होने लगता है। इस बदलते मौसम ने आम लोगों को तो हैरान कर रखा है ही, साथ ही मौसम विभाग भी मौसम के पूर्वानुमान में थोड़ी परेशानी का सामना कर रहा है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि 19 और 20 जनवरी को बिहार के अधिकांश जिलों में सुबह के समय हल्के से लेकर मध्यम स्तर तक कोहरा रहने की संभावना है। इसके अलावा अगले 2 दिनों में राज्य के न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है। हालांकि, उसके बाद अगले 3 दिनों तक तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं जताई जा रही है। बिहार में मौसम का अनुमान लगातार मौसम विभाग को भी छका रहा है। यही कारण है कि राज्य में जनवरी में कई बार मौसम विभाग का पूर्वानुमान गलत साबित हुआ है। उदाहरण के लिए पिछले सप्ताहांत में मौसम विभाग ने शीत दिवस का अलर्ट जारी किया था। लेकिन शनिवार को किशनगंज को छोड़कर बाकी जिलों में तेज धूप देखने को मिली, जिससे अधिकतम तापमान में 5.5 डिग्री की बढ़ोतरी हो गई। साथ ही दोपहर में हल्की गर्मी का भी एहसास हुआ।
हालांकि, मौसम विभाग की भविष्यवाणी करने की क्षमता फिलहाल 60 से 70 प्रतिशत के बीच बताई जाती है। लेकिन इसमें भी कुछ तकनीकी कमी है। इस कमी को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में 'मिशन मौसम' लॉन्च किया है, जिसके तहत 2000 करोड़ रुपये का फंड दिया गया है। इस राशि से प्रदेश में कई आधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे, जिनमें दरभंगा में रडार का स्थापना और पटना के जयप्रकाश नारायण हवाई अड्डे पर लीडार की योजना शामिल है। इसके अलावा, अनीसाबाद स्थित मौसम विभाग के कार्यालय में भी लीडार लगाने की तैयारी है।
इन कदमों से यह उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में मौसम विभाग का पूर्वानुमान लगभग 90 प्रतिशत तक सटीक हो सकेगा, जिससे जनता को बेहतर जानकारी मिल सकेगी। साथ ही मौसम के बदलावों से संबंधित किसी भी प्रकार की परेशानियों से बचा जा सकेगा।