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पूर्णिया में कांग्रेस से पप्पू यादव की बगावत पर क्या बोलीं पत्नी रंजीत रंजन

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द फॉलोअप डेस्क :

पूर्णिया से पप्पू यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया। उन्होंने उम्मीद जाहिर की थी कि कांग्रेस पार्टी उनका समर्थन करेगी लेकिन यहां महागठबंधन ने अपना प्रत्याशी उतार दिया। कांग्रेस ने कहा कि वह पप्पू यादव पर कार्रवाई नहीं करेगी लेकिन इंडिया प्रत्याशी का समर्थन करेगी। इस पूरे प्रकरण पर पप्पू यादव की पत्नी और कांग्रेस की राज्यसभा सांसद रंजीता रंजन ने दुख जताया है। उनका कहना कि पप्पू यादव को टिकट नहीं मिलना दुखद है, वह पूर्णिया के बड़े नेता हैं और 3 बार सांसद रह चुके हैं। अगर वह हमारे साथ होते तो बेहतर होता। हालांकि, पप्पू यादव ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया है।


पप्पू यादव को टिकट नहीं मिलना दुखद: रंजीता रंजन 
रंजीता रंजन ने कहा, 'पप्पू यादव एक मजबूत और बड़े नेता हैं, यह दुखद है कि वह इंडिया एलायंस का हिस्सा नहीं हैं. उन्होंने कहा कि यह गठबंधन के लिए अच्छी बात नहीं है। वह मजबूत हैं और 3 बार पूर्णिया के सांसद रह चुके हैं। अगर वह हमारे साथ होते तो बेहतर होता। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे से पहले पप्पू यादव पिछले महीने अचानक दिल्ली पहुंचे थे। 20 मार्च को अपनी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया था। इसके एवज में पप्पू यादव ने दावा किया था कि उन्हें पूर्णिया से टिकट का आश्वासन दिया गया था। 


लालू के दबाव में कांग्रेस को छोड़ना पड़ा पूर्णिया से दावा
इससे पहले भी बिहार में महागठबंधन में शामिल कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के बीच पूर्णिया सीट को लेकर खींचतान चल रही थी। सीट बंटवारे से पहले ही लालू ने बीमा भारती को अपनी पार्टी राजद का सिंबल दे दिया और उन्हें पूर्णिया से मैदान में उतार दिया। इसके बाद पप्पू यादव कांग्रेस में बने रहने और उसके टिकट पर चुनाव लड़ने का दावा करते रहे। जब दिल्ली में कांग्रेस और राजद के बीच सीट बंटवारे को लेकर अंतिम फैसला हुआ तो कांग्रेस को लालू यादव के दबाव के आगे झुकना पड़ा और पूर्णिया सीट से अपना दावा छोड़ना पड़ा।


निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पप्पू ने किया नामांकन
इसके बाद गुरुवार यानी नामांकन के आखिरी दिन पप्पू यादव ने पूर्णिया से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया और अभी भी खुद को कांग्रेस नेता बताते हैं। पप्पू यादव ने दावा किया है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का आशीर्वाद उनके साथ है।


कांग्रेस ने दिया अल्टीमेटम
इसे लेकर कांग्रेस और महागठबंधन के बीच कोई असमंजस की स्थिति न रहे, इसके लिए कांग्रेस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने पप्पू यादव को अल्टीमेटम दे दिया है। अखिलेश सिंह ने पप्पू यादव को नामांकन वापस लेने का निर्देश दिया है और कहा है कि हमारी पार्टी ऐसी चीजें बर्दाश्त नहीं करती है। बीमा भारती पूर्णिया से महागठबंधन की संयुक्त उम्मीदवार हैं और हम उन्हें जिताएंगे। निजी समाचार चैनल से बात करते हुए जब उनसे पूछा गया कि क्या वह कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के अल्टीमेटम पर अपना नामांकन वापस लेंगे तो पप्पू यादव ने सीधे तौर पर कुछ भी कहकर अपना नामांकन वापस लेने से इनकार कर दिया।

चुनाव लड़ने से कोई नहीं रोक सकता: पप्पू
पप्पू यादव ने कहा, 'अखिलेश प्रताप सिंह से हमारे अच्छे व्यक्तिगत संबंध हैं। मैं कांग्रेस का सिपाही हूं। हर कार्यकर्ता कांग्रेसी है, मैं उसके दिल में हूं।' मैं बिहार में कांग्रेस को मजबूत करना चाहता हूं। मेरे नेताओं के लिए देश पहले है। मैं कांग्रेस के समर्थन से यहां पहुंचा हूं'। मैं यहां 1  साल से प्रणाम पूर्णिया सलाम पूर्णिया कर रहा हूं। मैंने यहां लोगों के बीच क्या किया है, यह सभी जानते हैं।' मेरे साथ वैसा ही व्यवहार किया जाना चाहिए जिसके मैं हकदार हूं।' जनता का आशीर्वाद मुझे मिल रहा है। हम पूर्णिया से कहीं नहीं जायेंगे। सिर्फ यहीं के लोगों की सेवा करूंगा। पूर्णिया में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण यानी 26 अप्रैल को मतदान होगा।

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