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भारत के पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन डॉ.अवुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम (Dr.APJ Abdul Kalam) की आज 91वीं जयंती (91st birth anniverversary today) है। उनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम (Rameshwaram in Tamil Nadu) में हुआ था। उन्होंने अपने जीवन में राष्ट्रपति होने के अलावा शिक्षक, वैज्ञानिक और लेखक की भूमिका भी निभाई थी।15 अक्तूबर 2010 को संयुक्त राष्ट्र (United Nations) ने हर वर्ष 15 अक्तूबर को एपीजे अब्दुल कलाम के जन्मदिवस को विश्व छात्र दिवस (world student day) के रूप में मानने की घोषणा की।
अखबार बेचने से लेकर राष्ट्रपति भवन तक का सफर तय किया
उनके पिता का नाम जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम और माता का नाम आशिमा जैनुलाब्दीन था। कलाम के पिता उन्हें कलेक्टर बनाना चाहते थे लेकिन उस समय किसी को कहां पता था कि भारतीय इतिहास में उनका नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। क्योंकि उनका बचपन गरीबी में बिता था। पिता मछुवारों को नाव किराए पर देकर 10 बच्चों का का पालन-पोषण करते थे। शायद इसी वजह से कलाम ने भी छोटी सी उम्र में पैसों की कीमत समझ ली थी। एपीजे अब्दुल कलाम ने अपनी जिदंगी में अखबार बेचने से लेकर राष्ट्रपति भवन तक का सफर तय किया है।
इमली का बीज औऱ अखबार बेचा
अब्दुल कलाम ने अपने जीवन में इमली का बीज,अखबार बेचा। 939 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान कलाम महज 8 साल के थे जब उन्होंने रोजाना एक आना कमाना शुरू कर दिया था। वह समझ नहीं पाए थे कि अचानक इमली के बीज के दाम बढ़ गए लेकिन उन्होंने इमली के बीजों को इक्ट्ठा करना शुरू कर दिया। वे इमली के बीज इक्ट्ठा करते थे और मस्जिद के पास वाली सड़क पर बेच आते थे, जिससे दिनभर में उन्हें एक आने की की कमाई हो जाती थी। उन्होंने ट्रेन से अखाबर के बंडल फेंकने का काम भी किया था। इसके लिए उन्हें मेहनताना मिलता था।
भारत के सबसे चहेते राष्ट्रपति
एपीजे अब्दुल कलाम भारत को साल 2002 में देश का 11 वें राष्ट्रपति चुना गया था। उन्होंने अपने जीवन में राष्ट्रपति होने के अलावा शिक्षक, वैज्ञानिक और लेखक की भूमिका भी निभाई थी। आज भी अब्दुल कलाम भारत के सबसे चहेते राष्ट्रपति माने जाते हैं। एपीजे अब्दुल कलाम का नाम हमारे देश में बड़े आदर के साथ लिया जाता है। भारत को परमाणु संपन्न देश बनाने में भी एपीजे अब्दुल कलाम की भूमिका अहम थी। भारत के एकमात्र वैज्ञानिक राष्ट्रपति थे एपीजे अब्दुल कलाम। इसके अलावा एपीजे अब्दुल कलाम भारत के तीसरे ऐसे राष्ट्रपति थे जिन्होंने राष्ट्रपति बनने से पहले ही भारत रत्न प्राप्त किया था।
देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया
भारत सरकार ने 1981 में कलाम साहब को पद्म भूषण और फिर 1990 में पद्म विभूषण और 1997 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था।भारत रत्न पाने वाले वे देश के तीसरे राष्ट्रपति हैं और उनसे पहले सर्वपल्ली राधाकृष्णन और जाकिर हुसैन को भरात रत्न दिया गया।एपीजे अब्दुल कलाम को 1992 में 1999 में रक्षा सलाहाकार नियुक्त किया गया. इसी दौरान अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने 1996 में पोखरण में दूसरी बार परमाणु परीक्षण किया।