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पूजा सिंघल प्रकरण : सफेदपोशों को सता रहा है भेद खुलने का डर, खुलेंगे चौंकाने वाले राज! 

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डेस्क: 

भ्रष्टाचार और झारखंड का साथ मानो चोली दामन जैसा है। छुड़ाए नहीं छूट रहा है। यह पहली दफा नहीं है जब भ्रष्टाचार के दाग  ने झारखंड को देश भर में शर्मसार किया  हो। झारखंड के सफेदपोश पहले भी भ्रष्टाचार के कारनामों से दुनिया भर में प्रदेश की छवि धूमिल करते रहे हैं। ऐसे में अब आईएस पूजा सिंघल प्रकरण में नेताओं के नाम का जिक्र भी होने लगा है।

पूजा सिंघल प्रकरण में रोज नए खुलासे
जी, हां! ईडी की पूछताछ में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। भ्रष्टाचार में आकंठ डूबीं आईएस पूजा सिंघल मामले में बड़े बड़े नेताओं की भी संलिप्तता है। पूछताछ में पता चला है कि बड़े नेताओं के संरक्षण में कई जिलों में वसूली होती थी। उन इलाकों के प्रभावी लोग भी उगाही कराने में मदद करते थे। हिंदुस्तान अखबार में ईडी के सूत्रों के मुताबिक छपी खबर के अनुसार यह बातें पूजा सिंघल से पूछताछ के दौरान सामने आई है। 

सब लोगों तक पहुंचती थी काली कमाई
भ्रष्टाचार के खान में नीचे से लेकर ऊपर तक दर्जनों लोगों का चैन सिस्टम था। अपना हिस्सा रखकर हर कोई अपने से ऊपर के लोगों तक भ्रष्टाचार का पैसा पहुंचाता था। पूजा सिंघल भी यह काम नेताओं के लिए करती थीं। हिंदुस्तान की खबर के अनुसार पूजा सिंघल  भ्रष्टाचार की राशि से बड़े बड़े नेताओं, उनके करीबियों और परिजनों तक को खुश करने का काम करती थी।

 

छापेमारी के दौरान ईडी को मिले दस्तावेज
दरअसल, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ईडी को पूजा सिंघल के आवास पर छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज मिले थे। इन दस्तावेजों में कई नेताओं, नौकरशाहों और रसूखदार लोगों का जिक्र था। कुछ दस्तावेजों में रूपयों के लेन-देन की भी जानकारी भी थी। जांच का दायरा आगे बढ़ा तो व्हाट्सएप चैट सामने आया। इसमें भी पैसों के लेन-देन और डील का जिक्र है। 

राजनीतिज्ञों को सता रहा भेद खुलने का डर
ईडी की पूछताछ में नेताओं के जिक्र भर से झारखंड के बड़े बड़े राजनीतिज्ञों के पसीने छूट रहे हैं। यह खौफ हर पार्टी के कई बड़े नेताओं के ऊपर देखा समझा जा सकता है। कई रसूखदारों के दिल की धड़कने बढ़ी हुई मालूम पड़ती है। जिस तरीके से प्रतिदिन पूजा सिंघल मामले में नए खुलासे हो रहे हैं, नेताओं को यह डर है कि कहीं उनका भेद ना खुल जाए। वैसे भी इतने बड़े स्तर का भ्रष्टाचार एक आदमी और एक दिन का खेल तो है नहीं। इसके लिए संगठित रूप से भ्रष्टाचारियों का गिरोह काम कर रहा होगा।

 
ऐसे में जिस तरीके से ईडी की टीम लगातार इस मामले में आगे बढ़ रही है। जल्द ही कई और बड़े नाम सलाखों के पीछे हो सकते हैं। चाहे वह बड़े नेता ही क्यों ना हो।