logo

भारतीय नौसेेना के जवानों ने समुद्री डाकुओं से ऐसे रेस्क्यू किया कार्गो शिप को  

sheep_a.jpg

द फॉलोअप डेस्क 

भारतीय नौसेना के जवानों ने 4 जनवरी को हाईजैक किये गये कार्गो शिप को समुद्री डाकुओं से सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया है। इसमें चालक दल सहित 21 लोग सवार थे। शिप को लाइबेरिया के समुद्री इलाके में 4 जनवरी को शाम के समय सोमालिया डाकुओं द्वारा हमला करने के बाद हाईजैक कर लिया गया था। इसके बाद भारतीय नौसेना लगातार इस पर नजर बनाये हुए थी। रेस्क्यू के लिए भारतीय नौसेना के समुद्री कमांडो टूनिट मार्कोस का खास तैयारी के साथ अरब महासागर में उतारा गया था। इसमें 15 भारतीय सहित चालक दल के कुल 21 मेंबर सवार थे। 

रक्षा मंत्रालय ने दी चेतावनी 

हालांकि कार्गो शिप को मुक्त कराने के बाद इसे हाईजैक करने वाले समुद्री डाकुओं को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। इस बारे में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने खुद आदेश जारी किया। चार जनवरी को कार्गो शिप के क्रू दल ने नौसेना मुख्यालय मुंबई को सूचना दी थी कि छह-सात की संख्या में समुद्री डाकुओं ने उनसे दूरभाष पर कहा कि वे किसी मुसीबत में घिर गये हैं। इसके बाद वे शिप पर सवार हो गये। सभी डाकुओं के पास खतरनाक किस्म के हथियार थे। जहाज में सवार होने के बाद उन्होंने क्रू दल को कब्जे में ले लिया और जहाज के दूसरी ओऱ मोड़ने का निर्देश दिया। इसी बीच मौका देखकर क्रू दल के एक सदस्य ने भारतीय नौसेना मुख्यालय को इसकी सूचना दी। इसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। 


अदन खाड़ी में चलाया गया रेस्क्यू ऑपरेशन 

भारतीय नौसेना से मिली खबर के मुताबिक शिप के हाईजैक होने की सूचना मिलने के बाद अरब महासागर की अदन खाड़ी में ऑपरेशन चलाया गया। समुद्री ऑपरेशन के लिए विशेष रूप से तैयार किये गये मार्कोस यूनिट को इसके लिए समुद्र में हवाईमार्ग से भेजा गया। मार्कोस जवानों के लड़ाकू हेलीकॉप्टर ने कई घंटे समुद्र में चक्कर लगाया। जवान रात के अंधेरे में कार्गो शिप पर मार्कोस जवानों ने लैंडिंग की। डाकुओं से हलकी झड़प के बाद उनको मार्कोस जवानों ने घेरा बनाकर कब्जे में ले लिया। हालांकि रक्षा मंत्रालय से निर्देश मिलने के बाद सभी डाकुओं को चेतावदनी देकर छोड़ दिया गया।