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ड्रोन से सफर करते दिखेंगे लोग, नितिन गडकरी की ये योजना आपको चकित कर सकती है!

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द फॉलोअप डेस्क 

वो दिन दूर नहीं, जब लोग ड्रोन (Drone) से सफर करते हुए दिखाई देंगे। केंद्रीय मंत्री  नितिन गडकरी (Nitin Gadkari ) ने इस योजना पर काम करना शुरू कर दिया है। एक मीडिया रपट में बताया गया है कि शरुआती चरण में ड्रोन पर 2 लोग सफर कर सकेंगे। इसका मॉडल बहुत कुछ बाइक की तर्ज पर होगा। इसके बाद मॉडल को विकसित किया जायेगा, फिर इस पर 4 लोग एक साथ सफर कर सकेंगे। गडकरी ने इसे भविष्य का ट्रांसपोर्ट सिस्टम बताया है। कहा कि ड्रोन को उतारने के लिए खास तरह की जगह की जरूरत होगी। इसके लिए एयरपोर्ट के निकट अलग से माइक्रो रनवे बनाये जायेंगे। पहले कम दूरी के फिर अधिक दूरी तक सफर करने वाले ड्रोन मार्केट में आयेंगे। 

रिलायंस और फ्रांस की कंपनी में हुआ करार 

एक मीडिया से हवाले से, गडकरी ने आगे कहा कि नागपुर में राफेल मारक विमान बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है। इसी के साथ उन्होंने ड्रोन मेंटेनेंस सेक्टर पर बोलते हुए कहा कि आने वाले समय में ड्रोन कम दूरी और ट्रैफिक फ्री सफर के लिए बेहद लोकप्रिय होने वाला है। कहा कि रिलायंस और फ्रांसीसी कंपनी ड़साल्ट के बीच एक करार किया गया है। इस करार के तहत नागपुर में राफेल लड़ाकू विमान बनाने के प्रोजेक्ट पर काम किया जायेगा। गडकरी ने बताया कि ग्रीन एनर्जी को विकसित कर हम पेट्रोल के लिए कच्चे तेल के आयात पर निर्भरता खत्म कर सकते हैं। बता दें कि केंद्रीय यातायात मंत्री इन दिनों पेट्रोल और डीजल के अंत का मिशन पर काम कर रहे हैं। 


 टूटे चावल से ईंधन बनाने का प्रयोग 

नितिन गडकरी ने आगे कहा कि पेट्रोल और डीजल पर हम बॉयो फ्यूज के जरिये निर्भरता खत्म कर सकते हैं। गडकरी ने बताया कि टूटे चावल से बॉयो ईंधन बनाया जा सकता है। इस प्रयोग पर काम चल रहा है। अगर प्रयोग सफल हो जाता है तो इससे किसानों को बहुत फायदा होगा। साथ ही एविएशन इंडस्ट्री भी इसका लाभ उठा सकेगी। बता दें कि महाराष्ट्र में बॉयो एविएशन फ्यूल के लिए शुगर कारखानों में भी प्रयोग किया जा रहा है। गौरतलब है कि इंडियन ऑयल ने चावल के भूसे से एथेनॉल बनाने का सफल प्रयोग किया है। इसी से टूटे चावल से ईंधन बनाने के शोध को मजबूती मिली है।