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देश के पहले अंडर वाटर मेट्रो को PM मोदी ने दिखाई हरी झंडी, जानिये कौन सी बात इसे बनाती है खास  

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द फॉलोअप डेस्क 

देश के पहले अंडर वाटर मेट्रो ट्रेन को आज बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने दिखाई हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये ट्रेन हावड़ा और कोलकाता के धर्मतल्ला स्थित एस्पेलेनेड मेट्रो स्टेशन तक चलेगी। दोनों स्टेशनों के बीच की दूरी लगभग 5 किलोमीटर है। दोनों स्टेशनों के बीच की दूरी तय करने के दौरान ट्रेन लगभग सवा किलोमीटर तक समुद्र के अंदर बने सुरंग से होकर गुजरेगी। अंडर वाटर मेट्रो ट्रेन से सफर करने वालों के लिए ये सबसे अधिक रोमांचकारी अवसर होगा। वहीं, ट्रेन को समुद्र के नीचे 520 मीटर की दूरी करने में सिर्फ 45 सेकेंड लगेंगे। इसी के साथ हावड़ा मेट्रो स्टेशन दश में सबसे अधिक गहराई में बना मेट्रो स्टेशन बन गया है। 

2023 में किया गया ट्रायल 

बता दें कि कोलकाता मेट्रो ने अप्रैल, 2023 में अंडर वाटर मेट्रो का पहली बार ट्रायल किया था। इस दिन पहली बार मेट्र ट्रेन हुगली नदी के नीचे बनी सुरंग से होकर गुजरी। आज इसके सफल संचावलन के बाद मेट्रो रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने कहा, ‘‘हावड़ा और कोलकाता, पश्चिम बंगाल के दो सदियों पुराने ऐतिहासिक शहर हैं। यह सुरंग हुगली नदी के नीचे से इन दोनों शहरों को जोड़ेगी। ये हमारे और देश की जनता के लिए गर्व की बात है।‘‘

अंडरवाटर मेट्रो ट्रेन में ये हैं खास बातें 
2017 में शुरू हुआ था हुगली नदी के नीचे सुरंग बनाने का प्रोजेक्ट। 
भूमि से 32 मीटर नीचे चलेगी हुगली नदी के तल से अंडरवाटर मेट्रो ट्रेन।
520 मीटर की दूरी 45 सेकंड में तय करेगी मेट्रो हुगली नदी के नीचे।

देश की पहली अंडरवाटर मेट्रो रेल नदी और हावड़ा को कोलकाता से जोड़ने का काम करेगी।
हावड़ा मैदान- एस्प्लेनेड मेट्रो टनल भारत में किसी भी नदी के नीचे बनी पहली सुरंग है।
4.8 किलोमीटर की दूरी तक फैला यह खंड ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर का हिस्सा है।
16.5 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन का 10.8 किलोमीटर हिस्सा अंडग्राउंड है।
2009 में शुरू किया गया था ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर का काम। 

 

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