द फॉलोअप डेस्क
नेपाल में लगातार हो रही बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन लोगों पर अपना कहर ढहा रही है। इससे मरने वालों और घायल लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को बाढ़ और भूस्खलन में जान गंवाने वालों की संख्या 112 हो गई। शुक्रवार से पूर्वी और मध्य नेपाल का बड़ा हिस्सा जलमग्न है, जिससे देश के कई हिस्सों में अचानक बाढ़ आ गई है। पुलिस बल के सूत्रों के अनुसार, बाढ़ और भूस्खलन के कारण 64 लोग लापता हो गए हैं, जबकि 68 लोग घायल हैं।
काठमांडू घाटी में हुई सबसे अधिक मौत
इस जल प्रलय से सबसे ज्यादा क्षति काठमांडू घाटी में हुई है। यहां सबसे अधिक करीब 48 लोगों की मौत हुई है। वहीं, कम से कम 195 मकान और आठ पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने करीब 3,100 लोगों को बचाया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि उन्होंने काठमांडू घाटी में पिछले 40-45 साल में इतनी विनाशकारी बाढ़ नहीं देखी।
खतरे के निशान से ऊपर बह रही काठमांडू की बागमती नदी
ICMOD के जलवायु और पर्यावरण विशेषज्ञ अरुण भक्ता श्रेष्ठ ने कहा कि मैंने काठमांडू में पहले कभी इतने बड़े पैमाने पर बाढ़ नहीं देखी। शनिवार को ICMOD द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि काठमांडू बागमती नदी शुक्रवार और शनिवार को पूर्वी तथा मध्य नेपाल में मूसलाधार बारिश के बाद से खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।