द फॉलोअप डेस्क
नौ महीनों से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर फंसे सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की घर वापसी की उम्मीदों को एक बार फिर झटका लगा है। नासा ने पहले घोषणा की थी कि 13 मार्च को वे धरती पर लौटेंगे, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के चलते यह मिशन टाल दिया गया। यह देरी उन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों के लिए एक और कठिन परीक्षा बन गई है, जो केवल दस दिनों के मिशन पर गए थे, लेकिन अब लगभग दस महीने से अंतरिक्ष में हैं।
तकनीकी खामियां बनीं बाधा
इस देरी के पीछे मुख्य वजह बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में आई तकनीकी खामियां हैं। लॉन्चिंग से ठीक पहले ग्राउंड सिस्टम में खराबी आ गई, जिससे मिशन रोकना पड़ा। नासा के प्रवक्ता डेरोल नेल के अनुसार, समस्या हाइड्रोलिक सिस्टम में थी, जबकि रॉकेट और अंतरिक्ष यान सही स्थिति में थे। अब उनकी वापसी पूरी तरह से नासा-स्पेसएक्स क्रू-10 मिशन पर निर्भर करती है। यह मिशन भी देरी की मार झेल रहा है, जिससे विलियम्स और विल्मोर को और अधिक इंतजार करना पड़ सकता है।
परिवार और धरती की यादें
लंबे समय से ISS पर रहने के बावजूद, सुनीता विलियम्स और उनके साथी पूरी तरह सुरक्षित हैं और वैज्ञानिक अनुसंधान कार्यों में जुटे हुए हैं। 4 मार्च को एक कॉल के दौरान सुनीता ने कहा कि वह अपने परिवार और पालतू कुत्तों से जल्द मिलने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने इस पूरे अनुभव को चुनौतीपूर्ण लेकिन सीखने योग्य बताया।
वापसी के बाद भी उनके लिए सबकुछ आसान नहीं होगा। माइक्रोग्रैविटी में लगभग दस महीने बिताने के कारण उनके शरीर को दोबारा धरती के गुरुत्वाकर्षण के अनुसार ढलने में समय लगेगा। विशेषज्ञों के अनुसार, लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने से पैरों की ताकत कम हो जाती है और चलने में मुश्किल होती है।
राजनीतिक विवाद भी गर्माया
इस देरी ने अमेरिका में राजनीतिक बहस भी छेड़ दी है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने बाइडन प्रशासन पर आरोप लगाया कि नासा इस समस्या के समाधान के लिए पर्याप्त तेजी से काम नहीं कर रहा है। हालांकि, नासा ने स्पष्ट किया है कि अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है और कोई भी कदम जल्दबाजी में नहीं उठाया जाएगा। अब देखना यह है कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की घर वापसी कब तक संभव हो पाती है, या फिर उन्हें कुछ और समय अंतरिक्ष में बिताना पड़ेगा।