द फॉलोअप डेस्क
यूक्रेन ने रविवार को दावा किया कि उसके ड्रोन ने रूस के गहरे इलाकों में स्थित चार एयरबेसों पर समन्वित हमले कर 41 रूसी बमवर्षकों को नष्ट कर दिया। यह हमला ऐसे समय हुआ है जब युद्धविराम की संभावनाओं को लेकर रूस और यूक्रेन के बीच नई वार्ता की तैयारी चल रही है।
यूक्रेनी सुरक्षा सेवा (एसबीयू) के एक सूत्र के अनुसार, इस हमले का कोड नाम "स्पाइडर वेब" था और इसमें 117 ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। यह अब तक का सबसे लंबी दूरी का ऑपरेशन बताया जा रहा है, जिसे तैयार करने में डेढ़ साल से अधिक का समय लगा।
हमलों में रूसी एयरबेस बेलाया (इरकुत्स्क), ओलेन्या (आर्कटिक क्षेत्र), इवानोवो और डायगिलेवो (मॉस्को के पूर्व) को निशाना बनाया गया। दावा किया गया है कि इन ठिकानों पर खड़े लगभग 7 अरब डॉलर मूल्य के बमवर्षकों को या तो नष्ट कर दिया गया या भारी क्षति पहुँचाई गई। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में विमानों को आग की लपटों में घिरा देखा जा सकता है।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने टेलीग्राम पर पुष्टि की कि “कई सैन्य विमानों में आग लग गई”, लेकिन किसी के हताहत होने की सूचना नहीं दी गई। हालांकि, रूस के निकटवर्ती सैन्य विश्लेषक चैनल रयबर ने इसे मॉस्को के लिए “बहुत बड़ा झटका” बताते हुए रूसी खुफिया एजेंसियों की “गंभीर विफलताओं” की ओर इशारा किया।
इरकुत्स्क क्षेत्र के गवर्नर इगोर कोबज़ेव ने कहा कि यह "साइबेरिया पर इस तरह का पहला हमला" है। उन्होंने स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और एक वीडियो साझा किया जिसमें एक ड्रोन और आकाश में धुएं का बड़ा गुबार दिख रहा था।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इन हमलों को “शानदार” बताते हुए कहा कि यह हमला रूसी आक्रामकता के खिलाफ एक सटीक जवाब था। उन्होंने पुष्टि की कि सोमवार (2 जून) को तुर्की के इस्तांबुल में होने वाली शांति वार्ता में यूक्रेन के रक्षा मंत्री रुस्तम उमरोव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल भाग लेगा।
यह बैठक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पहल पर आयोजित की जा रही है, जो तीन साल से चल रहे इस युद्ध को समाप्त करने के लिए त्वरित समझौते की दिशा में एक प्रयास है। उधर, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और अमेरिकी समकक्ष मार्को रुबियो के बीच रविवार को हुई फोन वार्ता में भी सोमवार की वार्ता पर चर्चा हुई।
हालांकि, रूस ने अपनी शांति शर्तों को अभी सार्वजनिक करने से इनकार किया है।
ज़ेलेंस्की ने बताया कि ड्रोन हमलों की तैयारी में शामिल लोग हमले से पहले रूसी क्षेत्र से सुरक्षित निकाल लिए गए थे। रूसी एजेंसियों ने कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक ट्रक ड्राइवर भी शामिल है जिससे ड्रोन छोड़े गए थे।