रांची
झारखंड में शराब घोटाले की जांच कर रही राज्य सरकार की एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने रांची के चर्चित ऑटोमोबाइल व्यवसायी विनय सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट की मांग की है। बताया जा रहा है कि विनय सिंह, निलंबित IAS अधिकारी विनय चौबे के करीबी माने जाते हैं।
कांड संख्या 9/2025 की जांच कर रही टीम ने ACB के विशेष लोक अभियोजक के माध्यम से अदालत में यह आवेदन दाखिल किया है। हालांकि, कोर्ट की ओर से अभी तक वारंट जारी नहीं किया गया है। लेकिन ACB की इस पहल के बाद विनय सिंह की परेशानी बढ़ना तय माना जा रहा है, क्योंकि एजेंसी उन्हें तलाश रही है।
ED की भी रही है नजर, छत्तीसगढ़ कनेक्शन में हुई थी रेड
ACB की जांच के दौरान विनय सिंह को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा गया था, लेकिन वे अब तक एजेंसी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए। इसके बाद ACB ने अदालत का रुख किया है। विनय सिंह, नेक्सजेन नामक ऑटोमोबाइल कंपनी के मालिक हैं। इससे पहले, वर्ष 2024 में छत्तीसगढ़ से जुड़े शराब घोटाले की जांच के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी उनके ठिकानों पर छापा मारा था।
अब तक पांच गिरफ्तारियां, कई अफसर सलाखों के पीछे
शराब घोटाले में ACB अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें निलंबित सीनियर IAS अधिकारी विनय चौबे और उत्पाद विभाग के संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह भी शामिल हैं। इसके अलावा, विनय चौबे पर आय से अधिक संपत्ति रखने का एक अलग मामला भी दर्ज कर जांच की जा रही है।