द फॉलोअप डेस्कः
10 लाख के JJMP के जोनल कमांडर मनोहर परहिया ने लातेहार पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। उसने अपने सहयोगी के साथ सरेंडर किया है। दोनों ने आत्मसमर्पण नीति 'नई दिशा" से प्रभावित होकर सरेंडर किया है। छिपादोहर थाना क्षेत्र स्थित अम्बाटीकर निवासी मनोहर परहिया उर्फ विमलेश 2004 में अपने गांव के कुछ लड़को के साथ भाकपा मा संगठन में शामिल हुआ था। वर्ष 2010 में भाकपा माओवादी संगठन को छोड़ कर 2011 में जेजेएमपी संगठन में शामिल हुआ। 2012 में सबजोनल बन गया। उपेन्द्र सिंह खेरवार जोनल कमांडर 2018 में सरेंडर करने के बाद इन्हें जोनल कमांडर बनाया गया। दोनों के सरेंडर करने से जेजेएमपी की कमर पूरी तरह से टूट गयी है
2018 में जुड़ा था कुंदन
पलामू जिले के चांपीकला निवासी दीपक कुमार भुईयां उर्फ कुन्दन जी मनोहर पहाड़िया के कहने पर जेजेएमपी से वर्ष 2018 में जुड़ा था। मनोहर पहाडिया पर ला के विभिन्न थाना में एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज है। जोनल कमांडर मनोहर परहिया उर्फ विमलेश परहिया और दीपक कुमार भुईयां उर्फ कुन्दन जी ने जोनल आईजी राजकुमार लकड़ा, सीआरपीएफ के डीआईजी पंकज कुमार, लातेहार एसपी अंजनी अंजन, समादेष्टा रविशंकर मिश्रा, वेद प्रकाश त्रिपाठी, अभिनव आनन्द, विनोद कुमार कनौजिया और रंधीर कुमार झा के समक्ष सरेंडर किया।