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सांसद धीरज साहू के ठिकानों से 200 करोड़ कैश मिला, नोट गिनने वाली मशीन खराब; बैग कम पड़ गए

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द फॉलोअप डेस्कः
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के 10 ठिकानों पर बुधवार से चल रही छापेमारी में इनकम टैक्स विभाग को अब तक 200 करोड़ नगद बरामद हुए हैं। गुरुवार से नोटों की गिनती जारी रही। बता दें कि इनकम टैक्स विभाग ने  बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज के बोलांगीर के सतपुड़ा ऑफिस से ये नगद बरामद किया है। करीब 9 अलमारियां पैसों से भरी मिली है। झारखंड-ओडिशा-बंगाल में देखा जाए तो ये इनकम टैक्स की सबसे बड़ी छापेमारी है। आयकर विभाग ने बुधवार की अहले सुबह ओडिशा के बौध, बोलांगीर, रायगढ़ा व संबलपुर के वा झारखंड के लोहरदगा और कोलकाता में एक साथ छापेमारी शुरू की थी। कार्रवाई अभी जारी है। इस कार्रवाई के बाद विपक्ष का हमला शुरू है। इसी बीच पेयजल मंत्री मिथलेश ठाकुर ने कहा कि पैसे बिजनेसमैन के यहां ही मिलेंगे। अगर कारोबारी के यहां से बड़ी राशि मिली है, तो गलत क्या है। उनका कच्चा व्यवसाय है। हर दिन करोड़ों रुपए नगद में आते हैं। देश के बड़े उद्योगपतियों के यहां भी देखा जाए तो उनके यहां भी पैसे मिलेंगे। विपक्ष का काम सिर्फ दूसरों पर कीचड़ उछालने का रह गया है।


सीधी तौर पर जुड़े है धीरज साहू 
बलदेव साहू की की कंपनी में सांसद धीरज साहू के अलावे उनके परिवार के राजकिशोर साहू, स्वराज साहू और परिवार के अन्य सदस्य भी शामिल हैं। धीरज साहू के भाई ओडिशा का कारोबार संभालते हैं। इस छापेमारी के बाद आयकर विभाग ने कंपनी के कई खातों को फ्रीज कर दिया है। इन खातों से फिलहाल लेन-देन नहीं हो पाएगा। आयकर विभाग के अनुसार आय का स्त्रोत और इतनी बड़ी संख्या मैं कैश जमा करने से संबंधित जानकारी कंपनी संचालकों से मांगी जाएगी। 


40 साल से चल रहा यह शराब का कारोबार 
धीरज साहू के रिश्तेदारों के नाम पर ओडिशा में शराब का बड़ा कारोबार है। बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज मूल रूप से लोहरदगा की है। इस कंपनी ने 40 साल पहले ओडिशा में देसी शराब बनानी शुरू की थी। कंपनी की बौद्ध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड बीडीपीएल) की साझेदारी फर्म है। इसी कंपनी की बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड (फ्लाई ऐश ब्रिक्स), क्वालिटी बॉटलर्स प्राइवेट लिमिटेड और किशोर प्रसाद विजय प्रसाद बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड (आईएमएफएल ब्रांडों की बिक्री और विपणन) भी है।