द फॉलोअप डेस्क
गुमला जिले के घाघरा थाना क्षेत्र के टोटाम्बी गांव में मंगलवार सुबह 24 वर्षीय कविता यादव ने अपने घर की छत पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना सुबह करीब 7 बजे की है। मृतका की चाची सास रोशनी देवी ने बताया कि कविता सुबह उनके पास आई और अपने 6 महीने के बच्चे को गोद में देकर कहा कि उसे रात भर शरीर में दर्द था, इसलिए वह दवा लेने जा रही है और बच्चे को साथ नहीं ले जा पाएगी। कुछ देर बाद जब रोशनी देवी कविता को देखने उनके घर गईं, तो देखा कि मुख्य द्वार ढका हुआ था। उन्हें लगा कि कविता अभी तक दवा लेकर वापस नहीं लौटी होगी।
इसी दौरान पड़ोस के एक बच्चे ने घर के अंदर झांका, जिससे पता चला कि कविता ने छत से तौलिये के सहारे फंदा लगाकर अपनी जान दे दी है। घटना की सूचना मिलते ही घाघरा थाना प्रभारी पुनीत मिंस मौके पर पहुंचे और छानबीन शुरू कर दी है।
माइक्रो फाइनेंस ऋण का दबाव बताया जा रहा कारण
मृतका के जेठ सोनू कुमार ने बताया कि कविता को सरकारी आवास मिला था। इस आवास के निर्माण के लिए उसने माइक्रो फाइनेंस से ऋण लिया था। आत्मनिर्भर बनने के उद्देश्य से उसने एक छोटी किराना दुकान और सिलाई मशीन भी खरीदी थी। हालांकि, ऋण की राशि चुकाने में उसे कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। सोनू कुमार ने आशंका जताई कि शायद यही वजह रही होगी कि कविता ने अपने 6 महीने के मासूम बच्चे और पति को छोड़कर यह कदम उठाया।