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JPSC पेपर लीक की अफवाह फैलाने वाले मामले को लेकर 3 युवक गिरफ्तार, प्रशासन ने बताया साजिश

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द फॉलोअप डेस्कः 
जेपीएससी पीटी की परीक्षा वाले दिन वीडियो वायरल करने और अफवाह फैलाने के आरोप में जामताड़ा जिला पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। मिहिजाम पुलिस ने देवघर जिले से तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार युवकों में देवघर जिले के मधुपुर थाना क्षेत्र के कोरकोट्टा गांव के चंदन कुमार दास, कुंडा थाना क्षेत्र के काशीडीह गांव के चंदन कुमार और देवघर पछियारी कोठिया गांव का विनीत कुमार शामिल है। प्रशासन ने पेपर लीक की बात को अफवाह और आयोग को बदनाम करने की साजिश बताया है। जामताड़ा जिला प्रशासन ने इस मामले में 21 नामजद अभ्यर्थियों एवं कई अन्य अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। चतरा जिले में भी 43 अभ्यर्थियों पर प्रशासन ने परीक्षा के दौरान हंगामा करने और पेपर लीक की अफवाह फैलाने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। जेपीएससी ने 11वीं सिविल सर्विस के लिए प्रारंभिक परीक्षा 17 मार्च को ली थी। इसके लिए पूरे राज्य में 834 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। तीन जिलों जामताड़ा, चतरा और धनबाद में छात्रों ने पेपर लीक और गड़बड़ियों का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था।


भाजपा नेताओं ने परीक्षा रद्द करने की मांग की
झारखंड प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो को अपने एक्स हैंडल पर शेयर किया। भाजपा नेताओं ने पेपर लीक किए जाने का दावा करते हुए परीक्षा रद्द करने की मांग की है। बाबूलाल मरांडी ने एक्स पर लिखा, “बार-बार चेतावनी दी जा रही थी, इतने कम समय में जेपीएससी की पारदर्शी परीक्षा का आयोजन संभव नहीं है। फिर भी जेपीएससी ने अधूरी तैयारी के साथ परीक्षा आयोजित कराई, जिसमें कई अनियमितता देखने को मिली। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि जेपीएससी के प्रश्न पत्र परीक्षा के 2 घंटे पूर्व ही फेसबुक पर अपलोड कर दिए गए हैं।“ बाबूलाल ने आगे लिखा “एक और सूचना है कि प्रथम तथा द्वितीय पाली की परीक्षा में सामान्य अध्ययन के 22 प्रश्न रिपीट हो गए हैं। साथ ही 4 प्रश्न भी गायब हैं। परीक्षा से दो घंटे पहले पेपर लीक होने और 22 प्रश्नों के रिपीट होने से परिणाम में बड़ा अंतर आ सकता है। इससे परीक्षा में हुई गड़बड़ी प्रामाणित हो रही है। अतः राज्य के मुख्य सचिव तत्काल मामले का संज्ञान लेकर छात्रों के हित में प्रारंभिक परीक्षा रद्द करें।”


नेता प्रतिपक्ष ने भी ट्वीट किया
नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने भी सोशल मीडिया पर कथित तौर पर अपलोड किए गए प्रश्न पत्र का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “राज्य के बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ ना किया जाए, यह बहुत भारी पड़ेगा ! जांच कीजिए कौन दोषी है और सरकार का पक्ष इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर साफ किया जाए।“