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स्कूली शिक्षा से वंचित हैं झारखंड के 86,000 बच्चे, विभाग ने स्कूलों को दिया अल्टीमेटम

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द फॉलोअप टीम-रांची 

मंगलवार को साहिबगंज के पतना में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड में स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए सरकार द्वारा उठाए कदमों की जानकारी दी थी। उन्होंने रेखांकित किया था कि कैसे राज्य में प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा में आमूल-चूल बदलाव के लिए योजनाएं चला रही हैं। मॉडल स्कूल, उत्कृष्ट विद्यालय और पारदेशीय छात्रवृत्ति जैसी योजनाओं के क्रियान्वयन के बीच एक ऐसी रिपोर्ट सामने आई है जो चिंताजनक है। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट में यह पता चला है कि प्रदेश के 86,000 से ज्यादा बच्चे स्कूली शिक्षा से वंचित हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 86,636 बच्चे स्कूली शिक्षा से वंचित हैं। ये बच्चे स्कूल से बाहर हैं. प्रारंभिक स्कूलों में 66,568 बच्चे, जबकि हाईस्कूलों के 20,068 बच्चों को स्कूली शिक्षा नहीं मिल पा रही है।


विशेष अभियान चलाकर बच्चों का स्कूल में हो नामांकन - सचिव के.रवि कुमार

स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के सचिव के.रवि कुमार ने इस पर नाराजगी जताते हुए सभी जिलों को निर्देश दिया है कि विशेष अभियान चलाकर सभी आउट ऑफ स्कूल बच्चों (कभी नामांकन लिए थे, पर स्कूल नहीं आते) को स्कूलों में नामांकन कराया जाए। सरकार द्वारा लगातार अभियान चलाने और शिशु पंजी अपडेट करने के बाद भी बच्चे आउट ऑफ स्कूल कैसे हो जा रहे हैं। शिक्षा विभाग ने घर-घर जाकर इसे सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। स्कूलों को 30 सितंबर तक ऐसे बच्चों को स्कूल से जोड़ने को कहा गया है। इसमें स्कूली शिक्षक, विद्यालय प्रबंधन समिति, बाल संसद की टीम सहयोग करेगी. स्कूल अवधि के पूर्व और बाद में ऐसे बच्चों को चिह्नित कर उनके घर जाएंगे और स्कूल से जोड़ने की पहल करेंगे।


सबसे अधिक दुमका में शिक्षा से वंचित हैं बच्चे

दुमका जिले में सबसे ज्यादा 15,249 बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं, जबकि जामताड़ा में 9,550 और पाकुड़ में स्कूल नहीं जाने वाले बच्चो 9,501 बच्चे आउट ऑफ स्कूल हैं। वहीं, कोडरमा में सबसे कम 183 और हजारीबाग में 342 बच्चे ही स्कूल से बाहर हैं. वहीं जिलावार अगर गौर करें तो बोकारो में 1824 बच्चे , चतरा 655, देवघर 6248, धनबाद 4577, दुमका 15,249, गढ़वा 1350, गिरिडीह 8700, गोड्डा 4320, गुमला 8447, हजारीबाग 342 जामताड़ा 9550, खूंटी 1593, कोडरमा 183, लातेहार 2926, लोहरदगा 771, पाकुड़ 9501, पलामू 965, प. सिंहभूम 2692, पू. सिंहभूम 1288, रामगढ़ 401, रांची 521, साहिबगंज 3411, सरायकेला 659, सिमडेगा 463 बच्चे स्कूली शिक्षा से वंचित हैं।