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Ranchi : रांची पहुंचे यूपीए विधायक सर्किट हाउस में ठहरे, कल विधानसभा की कार्यवाही में लेंगे हिस्सा

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रांची: 

झारखंड के यूपीए विधायक रांची पहुंच गए। विधायकों को लेकर विशेष चार्टर फ्लाइट ने रांची के बिरसा मुंडा अंतरर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लैंड किया। इससे पहले विधायकों को लग्जरी बैस के जरिए रायपुर के मेफेयर रिजॉर्ट से एयरपोर्ट लाया गया। एयरपोर्ट से विधायकों की कई तस्वीरें सामने आईं जिसमें वे मीडिया की ओर वेब करते दिखे। हालांकि, किसी भी विधायक ने मीडिया से बातचीत नहीं की और सीधे चेकिंग के लिए चले गए। विधायक बीते शनिवार को रायपुर गए थे।

 

सर्कुलर रोड स्थित सर्किट हाउस में ठहरेंगे
रांची पहुंचे यूपीए विधायकों को 2 बसों के जरिए एयरपोर्ट से सर्कुलर रोड स्थित सर्किट हाउस ले जाया गया। विधायकों को फिलहाल यहीं रखा जाएगा। गौरतलब है कि यूपीए विधायक 6 दिन तक रायपुर में रहने के पश्चात रांची लौटे हैं। झारखंड में जारी सियासी संकट के बीच हॉर्स-ट्रेडिंग की आशंकाओं के मद्देनजर एहतियातन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर ले जाया गया था। रांची लौटे ये सभी विधायक कल यानी 5 सितंबर को झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में हिस्सा लेंगे। चर्चा है कि यहां हेमंत सरकार अपना विश्वास मत साबित करेगी। हालांकि, इसकी जरूरत नहीं थी। जानकारों का मानना है कि सरकार सत्र के जरिए पॉलिटिकल माइलेज लेने के प्रयास में है। 

हॉर्स-ट्रेडिंग की आशंका पर उठाया था कदम
गौरतलब है कि बीते शनिवार को यूपीए के 32 विधायकों को रायपुर ले जाया गया था। विधायकों को एयरपोर्ट छोड़ने गए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि ये कोई नई परिपाटी नहीं है। गुरुवार को रायपुर में यूपीए विधायकों ने एक प्रेस वार्ता में बीजेपी पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए कहा था कि हम सुरक्षा और एकजुटता के लिहाज से रायपुर में हैं। कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा था कि हम सभी विधायक अपनी कुव्वत पर रायपुर मे हैं। एकजुट हैं। हमारे रहने का खर्च ना तो झारखंड सरकार उठा रही है और ना छत्तीसगढ़ सरकार। 

झारखंड में 20 अगस्त से ही सियासी गहमा-गहमी
बता दें कि बीते 20 अगस्त के बाद से ही झारखंड में सियासी गहमा-गहमी तेज है। खनन पट्टा लीज मामले में मुख्यमंत्री की विधायकी जाने की चर्चा है। दरअसल, यदि मुख्यमंत्री की विधायकी जाती भी है तो सरकार को कोई खतरा नहीं है क्योंकि झारखंड में बहुमत के 41 के आंकड़े के विरुद्ध महागठबंधन के पास फिलहाल 49 विधायक हैं। सोमवार को विशेष सत्र में सरकार इन मसलों पर भी चर्चा कर सकती है। मुख्यंमत्री भी विपक्ष पर निशाना साध सकते हैं।