द फॉलोअप डेस्क
सदर अस्पताल गोड्डा में बुधवार को उस समय तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई जब एक हृदय रोग से पीड़ित मरीज की मौत के बाद परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया। मृतक की पहचान कोरका निवासी गोरेलाल मंडल के रूप में हुई है, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में तैनात डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों ने मरीज को समय पर ऑक्सीजन नहीं दी और समुचित इलाज में लापरवाही बरती, जिसके चलते मरीज की मौत हो गई। जैसे ही मौत की खबर परिजनों को मिली, वे गम और आक्रोश में अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ पर उतारू हो गए। उन्होंने अस्पताल की कुर्सियां, रजिस्टर और फ्रिज समेत कई सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया।
घटना की जानकारी मिलते ही हेडक्वार्टर डीएसपी जय प्रकाश नारायण चौधरी और नगर थाना प्रभारी दिनेश महली मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने परिजनों को समझाकर शांत कराया और मामले की जांच शुरू कर दी है। इस बीच, पूर्व विधायक अमित मंडल ने अस्पताल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि डॉक्टरों की कमी के कारण समय पर इलाज नहीं मिल पाता, जिससे मरीजों की जान चली जाती है। उन्होंने कहा, "इस लापरवाही का जिम्मेदार आखिर कौन होगा?" हालांकि, इस मामले पर सिविल सर्जन अनंत कुमार झा ने परिजनों के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि अस्पताल में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था थी और डॉक्टर भी उपलब्ध थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि मरीज को समय पर आवश्यक इलाज दिया गया था।