द फॉलोअप डेस्क
खूंटी के तोरपा थाना क्षेत्र स्थित रोड़ो गांव में बीते दिनों प्रतिबंधित मांस का कारोबार करने के आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस पहुंची थी। आरोप है कि पुलिस बिना वारंट के देर रात घर का गेट तोड़कर घुसी। इजहार अंसारी के पिता निजामुद्दीन अंसारी (82 वर्षीय) के साथ धक्का-मुक्की की, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई। इस मामले में खूंटी एसपी ने दो सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है और तोरपा थाना प्रभारी को लाइन हाजिर किया है। इधर, अंजुमन इस्लामिया रांची की एक 7 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल रोड़ो गांव पहुंची। घटना की जानकारी ली। प्रतिनिधमंडल का नेतृत्व महासचिव डॉ•तारिक़ हुसैन ने की। प्रतिनिधिमंडल के रूप में गई इस Fact finding टीम में अंजुमन इस्लामिया के मजलिस-ए-आमला (कार्यकारिणी सदस्य) अयूब राजा खान, शाहिद टूकलू, लतीफ आलम, शहजाद बबलू, मो. जावेद और नूर आलम शामिल थे।
सरकार से ये की मांग
1. घटना की उच्चस्तरीय या एसआईटी टीम बनाकर जांच की जाए। दोषी को कड़ी से कड़ी सजा मिले।
2. चारो दोषी पुलिस कर्मियों को अविलंब सस्पेंड किया जाए।
3. मृतक बुजुर्ग के परिवार वाले को सरकारी मुआवजा दिया जाए।
4. सरकार सुनिश्चित करे कि ऐसी निराधार पुलिसिया कार्रवाई फिर किसी बेगुनाह के साथ न हो।
मृतक के बेटे ने जानें थाने में क्या दिया आवेदन
थाना में दिए आवेदन में आवेदक ने लिखा है कि पुलिस बिना वारंट के उसके बड़े भाई कल्लू उर्फ इजहार अहमद को पकड़ने के लिए उनके घर आई। दरवाजा को साबल, छेनी और पत्थर से मारकर तोड़ दिया। घर के अंदर प्रवेश कर गए और घर की महिलाओं के साथ गाली गलौज करने लगे। साथ ही पिता जो कि अधेड़ व्यक्ति हैं उनको रात को दिखाई नहीं देता है। उनके साथ धक्का-मुक्की करने लगे। जिसके कारण पिता जमीन पर गिर गए और उनकी मौत हो गई। मृत्यु होने की बात जानकर थाना प्रभारी सत्यजीत कुमार, वि ठाकुर, प्रीतम राज, महथी बोयपाई संकेत में कहते हुए भागने लगे कि बुड्ढा मर गया। आवेदक ने कहा कि सभी पदाधिकारियों के कारण उनके घर को भी काफी नुकसान पहुंचा है। उन्हें आर्थिक नुकसान हुआ है। घटना की उच्च स्तरीय जांच करते हुए थाना प्रभारी, तोरपा सहित उपरोक्त सभी पदाधिकारियों पर अनुशासनिक कार्रवाई करने का अनुरोध किया। इस आधार पर ही खूंटी एसपी ने जांच टीम गठित की और तोरपा थाना प्रभारी को लाइन हाजिर किया।