द फॉलोअप डेस्कः
आज मोरहाबादी मैदान में भाजयुमो की तरफ से युवा आक्रोश रैली निकाली गई है। इस रैली में भाजपा के भी कई बड़े नेता पहुंचे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने भी इस दौरान रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस राज्य की दशा और दुर्दशा से आप परिचित हैं। पिछले पांच सालों में राज्य के अंदर किस तरह से लगातार सभी वर्गों को राज्य की सरकार ने ठगा है। राज्य में ना विकास देखने को मिला, ना विकास की योजना देखने को मिली। ना महिलाओं को सम्मान मिला। ना यहां आदिवासियों की जमीन सुरक्षित है। ना आदिवासी सुरक्षित है। ना माता बहने सुरक्षित है। ये दुर्दशा आप पिछले पांच साल से देख रहे हैं। इसलिए आज इस आक्रोश रैली प्रदर्शन के माध्यम से आप यहां पर आए हैं।
आज हमलोग राज्य की सरकार का विरोध प्रदर्शन करने आए हैं। यह सरकार परिवारवाद में इस तरह से डूब गई है कि इन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा है। ये बात आदिवासियों की करते है। लेकिन आदिवासी मुख्यमंत्री को ही हटाने के लिए, उनको बेइज्जत करने के लिए जो नीति अपनाई वो दिख रहा है। ना ही उसके दल में संघर्षशील कार्यकर्ताओं की इज्जत है। ना ही उसके दल में वरीयता की इज्जत है। ना ही आदिवासियों की नीति की चिंता है। ये सरकार एक निकम्मी और विफल सरकार है।
जेपीएससी, जेएसएससी का रिजल्ट नहीं आ रहा है। कई जगह पर किस्तों में रिजल्ट आ रहा है। मेरिट लिस्ट का इस सरकार में कोई महत्व नहीं है। जेपीएससी का रिजल्ट तैयार है लेकिन पब्लिश नहीं कर रहे हैं। इंतजार कर रहे हैं कैसे उसमें बंदरबांट हो। खेल हो और जो मेधा लिस्ट है उसको खत्म किया जाएगा। आज ये सरकार बताने की स्थिति में नहीं है कि कितने लोगों को रोजगार दिया। इस मामले में ये सरकार फिसड्डी है। जितना वादा किया वो वादा भूल गया। महिलाओं के लिए चुनाव के दो तीन महिना पहले एक योजना शुरू किया है।
7 हजार रेप के केस में एक भी अपराधी को सजा नहीं मिलता है वहां आप महिलाओं को न्याय देने की बात करते हैं। ये पश्चिम बंगाल का चरित्र अपना रहा है। जहां एक डॉक्टर की रेप के बाद हत्या कर दी जाती है। झारखंड में भी वहीं हालात पैदा करने की कोशिश की जा रही है। ऐसे लोगों को संरक्षण मिल रहा है। ऐसे लोगों को अपना राजनीतिक टूल्स बनाकर यहां के लोगों के साथ धोखधड़ी किया जा रहा है। इस राज्य की जनता को हम न्याय दिलाने के लिए आए हैं। न्याय की लड़ाई लड़ने के लिए आए हैं। सत्य की जीत होगी।