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Ranchi : नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का 'ऑपरेशन डबल बुल', भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद

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रांची: 

झारखंड में सुरक्षाबलों को नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। सुरक्षाबल के जवानों ने नक्सली कैंपों को ध्वस्त कर भारी संख्या में हथियार और गोला-बारूद सहित आपत्तिजनक सामान बरामद किया है। जवानों ने नक्सली ठिकानों से भारी मात्रा में आईईडी, राइफल, गोली, नक्सली साहित्य, पिट्ठू, वर्दी, मोबाइल सेट और दैनिक उपयोग में लाई जाने वाली सामग्री बरामद की है। इस दौरान मुठभेड़ में सुरक्षाबल के जवानों ने 1 उग्रवादी को मार गिराया जबकि अन्य दुर्दांत नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। 

15 लाख के इनामी रविंद्र गंझू दस्ता के खिलाफ कार्रवाई
गौरतलब है कि बीते 8 फरवरी से ही सुरक्षाबल द्वारा भाकपा (माओवादी) के रिजनल कमांडर रविंद्र गंझू के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस को सूचना मिली है कि 15 लाख का इनामी रविंद्र गंझू अपने साथियों जोनल कमांडर छोटू खेरवार, जोनल कमांडर बलराम उरांव, सबजोनल कमांडर रंथू उरांव सहित कुल 30 से 40 की संख्या में सशस्त्र दस्ते के साथ लोहरदगा और लातेहार के सीमावर्ती इलाका स्थित बुलबुल, सहेदा टोली, नारायणपुर और आसपास के जंगलों में छिपा है।


पुलिस को सूचना मिली थी कि ये दस्ता ब़ॉक्साइट माइंस में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है। इनकी तलाशी के लिए सुरक्षाबलों की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया। 

रिजनल कमांडर रविंद्र गंझू के विरुद्ध ऑपरेशन डबल बुल
सूचना के आधार पर झारखंड पुलिस मुख्यालय (रांची) और सीआरपीएफ के झारखंड सेक्टर द्वारा कोबरा बल, झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ, झारखंड जगुआर की बीडीडीएस टीम, सैट बल, लोहरदगा जिला बल, लातेहार जिला बल की टीम गठित की गई। नक्सलियों के खिलाफ इस कार्रवाई को ऑपरेशन डबल बुल का नाम दिया गया। टीम ने 8 फरवरी को तलाशी अभियान शुरू किया। 21 फरवरी तक इस ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबल और नक्सलियों के बीच 10 बार भीषण मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के दौरान और इसके बाद जवानों ने घने जंगल में पूरी सतर्कता के साथ नक्सलियों का पीछा किया। 


इस दौरान उग्रवादियों द्वारा कई बार आईईडी ब्लास्ट किया गया जिसमें कोबरा बल के 3 जवान जख्मी हुए। घायल जवानों को बेहतर इलाज के लिए वायु मार्ग द्वारा मेडिक अस्पताल (रांची) लाया गया। पुलिस का दावा है कि कार्रवाई से नक्सलियों का मनोबल टूटा है। 

किन-किन वारदातों में शामिल रहे हैं चिह्नित नक्सली
गौरतलब है कि सुरक्षाबलों की टीम जिस नक्सली दस्ते के खिलाफ ऑपरेशन डबल बुल चला रही है, उन्होंने कई कुख्यात वारदातों को अंजाम दिया है। इसें धरधरिया में आईईडी ब्लास्ट कर 11 सुरक्षाकर्मियों की हत्या, लुकईया मोड़ में गश्ती दल पर हमला करके 4 पुलिसकर्मियों की हत्या, पाखऱ माइंस में हमला कर 12 वाहनों में आग लगाना, कुंजाम माइंस में हमला कर 29 वाहनों में आग लगाना जैसी घटनाएं शामिल हैं। उपरोक्त घटनाओं की वजह से स्थानीय लोगों में भय और दहशत थी। इसे सामान्य स्थिति में लाना जरूरी था। 

कार्रवाई के बारे में झारखंड पुलिस का क्या कहना है
पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन बुल विगत वर्षों में नक्सलियों के खिलाफ बेहतरीन समन्वय और उत्साह के साथ चलाया गया सबसे लंबा अभियान है। अभियान के दौरान बड़ी संख्या में सक्रिय नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई है। भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सहित अन्य सामग्री मिली है। नक्सलियों के कई बंकर और कैंप को ध्वस्त किया गया है। कार्रवाई का ही परिणाम है कि नक्सली इधर-उधऱ भटकने को मजबूर हैं और अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं।