द फॉलोअप डेस्कः
बीते 14 अगस्त को दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल से दो मासूम बच्चों को किडनैप कर लिया गया है। इसे लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड की हेमंत सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि "झारखंड में सिर्फ हत्यारे और अपराधी भर बेखौफ नहीं है, बल्कि अपहरणकर्ताओं का गिरोह भी पूरी तरह बेखौफ होकर अपहरण की घटनाओं को अंजाम दे रहा है।"
बाबूलाल मरांडी घटना को जिक्र करते हुए लिखा है कि "झारखंड की उपराजधानी दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऐसी ही घटना सामने आई है, जहां रामगढ़ प्रखंड की सुनीता मुर्मू बच्चों सहित इलाज कराने आई थी, तब से ही तीन साल का बेटा और नौ माह की बेटी गायब है। घटना को 3 दिन हो गए, लेकिन अभी तक नाबालिग बच्चों का पता नहीं चला है।"
झारखंड में सिर्फ हत्यारे और अपराधी भर बेखौफ नहीं है, बल्कि अपहरणकर्ताओं का गिरोह भी पूरी तरह बेखौफ होकर अपहरण की घटनाओं को अंजाम दे रहा है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) August 17, 2024
झारखंड की उपराजधानी दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऐसी ही घटना सामने आई है, जहां रामगढ़ प्रखंड की सुनीता मुर्मू बच्चों सहित… pic.twitter.com/XNP3u12SyP
पुलिस पकड़ने में नाकाम साबित हो रही
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि "ये कोई इकलौती घटना नहीं है, झारखंड में बच्चों की तस्करी और अपहरण से संबंधित अनेकों घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन हेमंत सरकार और उनकी पुलिस न सिर्फ घटनाओं को रोकने में अक्षम साबित हो रही है, बल्कि पूरा गिरोह तो छोड़िए, एक भी सदस्य को पकड़ने में भी नाकाम साबित हुई है।"
क्या है मामला
दरअसल रामगढ़ प्रखंड के मजडीहा गांव की सुनीता मुर्मू 14 अगस्त को इलाज के लिए अस्पताल आई थी। उन्हें कुत्ते ने काट लिया था। उनके पति प्रधान टुडू बाहर काम करते हैं सुनीता मुर्मू डॉक्टर को दिखाने के लिए दिन के करीब 11:00 पर्चा कटवा रही थी। दोनों बच्चों को उन्होंने पास में ही बेंच पर बैठा दिया था। पर्चा कटवाने के बाद बेंच के पास गई तो बच्चे वहां नहीं थे। महिला ने अस्पताल प्रबंधन से इसकी शिकायत की। कर्मियों ने हर जगह तलाश की लेकिन बच्चों का पता नहीं चला। फिर अस्पताल प्रबंधन की सलाह पर सुनीता ने नगर थाने जाकर शिकायत की पुलिस रात में अस्पताल पहुंची लोगों से पूछताछ करने के बाद सीसीटीवी फुटेज की जांच की लेकिन कुछ पता नहीं चला। तीन दिन हो गये हैं लेकिन बच्चों का कोई सुराग नहीं मिला है।