द फॉलोअप डेस्क
भाजपा ने राज्य सरकार को घेरते हुए सवाल किया है कि क्या झारखंड में आदिवासियों के अधिकार खतरे में हैं। ये सवाल झारखंड भाजपा के सोशल मीडिया हैंडल पर साझा किए गए एक पोस्ट के माध्यम से किया गया है। इस पोस्ट में लिखा है, झारखंड में आदिवासियों के अधिकार खतरे में हैं। इसका कारण है पाकुड़ में सरकारी जमीन पर जारी अवैध निर्माण, आदिवासी समुदाय का विरोध और मांझी-पहाड़िया समुदाय का आरोप- मेला के बहाने कब्जे की साजिश। लेकिन इस पर सरकार और प्रशासन मौन क्यों है। क्या आदिवासी अपनी ही जमीन पर पराए बन जाएंगे। आखिर सरकारी जमीन पर कब्जा रोकने में प्रशासन विफल क्यों है। इस मामले में BJP ने हेमंत सरकार से सवाल किए हैं कि आदिवासियों के अधिकारों की सुरक्षा कब होगी और सरकार द्वारा अवैध निर्माण पर सख्त कार्रवाई कब होगी। उन्होंने लिखा है कि झारखंड के आदिवासियों का हक छीना नहीं जा सकता। सीएम आपकी चुप्पी, उनकी हिम्मत बढ़ा रही है।
झारखंड में आदिवासियों के अधिकार खतरे में?
— BJP JHARKHAND (@BJP4Jharkhand) December 28, 2024
पाकुड़ में सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण जारी, आदिवासी समुदाय का विरोध।
मांझी-पहाड़िया समुदाय का आरोप: मेला बहाने कब्जे की साजिश!
सरकार और प्रशासन मौन क्यों?
•क्या आदिवासी अपनी ही जमीन पर पराए बन जाएंगे?
•सरकारी जमीन पर कब्जा रोकने में… pic.twitter.com/429Bl8giWH