रांची
भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित हालिया प्रेस वार्ता पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने कांग्रेस के आदिवासी और दलित प्रेम को ‘दिखावटी’ और ‘पाखंडी’ बताते हुए उसे केवल राजनीतिक नौटंकी करार दिया। अजय साह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आदिवासी और दलित वर्गों में अपनी गिरती पकड़ और कमजोर होती राजनीतिक स्थिति से बौखलाई हुई है, और इसी हताशा में रोज़ नए-नए शिगूफे और बयानबाज़ी करके सहानुभूति पाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जिस वर्ग के अधिकारों का दावा कर रही है, उसी वर्ग का हक छीनकर वह मुस्लिम तुष्टिकरण में लगी हुई है।
अजय साह ने जोर देकर कहा कि जिस समाज को कांग्रेस ने दशकों तक गरीबी, पिछड़ेपन और शोषण के अंधेरे में रखा, भाजपा के शासनकाल में वही समाज विकास और सम्मान की मुख्यधारा में आया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने न सिर्फ़ झारखंड को एक अलग राज्य का दर्जा दिया, बल्कि आदिवासी कल्याण मंत्रालय की भी स्थापना की। भाजपा ही वह पार्टी है जिसने देश को पहली बार एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति पद पर बैठाया — और उस समय कांग्रेस ने इसका विरोध किया। अजय साह ने कहा कि भाजपा सरकार ने आयुष्मान भारत, पीएम गरीब कल्याण योजना, हर घर जल योजना जैसे अनेक कार्यक्रमों के ज़रिए दलितों और आदिवासियों को शिक्षा, स्वास्थ्य और सम्मान देने का काम किया, और इन सभी योजनाओं में झारखंड में भारी भ्रष्टाचार हुआ है।
उन्होंने मोदी सरकार की पीएम-जनमन योजना का विशेष उल्लेख किया, जिसे विशेष रूप से कमज़ोर जनजातीय समूहों (PVTG) के लिए शुरू किया गया है। यह योजना उन समुदायों को बुनियादी सुविधाएं, शिक्षा, आजीविका और स्वास्थ्य सेवाएं देकर उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने का कार्य कर रही है। एकलव्य विद्यालय मॉडल को भी वैश्विक पहचान मिल रही है, जो आदिवासी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहा है।
अजय साह ने दावा किया कि पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार ने झारखंड को कांग्रेस के मुकाबले तीन गुना ज़्यादा फंड उपलब्ध कराया है। लेकिन राज्य सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के हितग्राहियों तक इसका लाभ नहीं पहुंच सका। उन्होंने कहा कि इन फंड्स की बंदरबांट और घोटाले झारखंड की सच्चाई बयां करते हैं।