द फॉलोअप डेस्कः
भाजपा नेता संदीप वर्मा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी के उम्मीदवारों की सूची देखकर कार्यकर्ता हतप्रभ हैं, सब लोग निराशा में हैं। ये भारतीय जनता पार्टी के हर कार्यकर्ता का दर्द है जो संगठन को अपने खून से सींचकर इसे विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनाया है। आज पार्टी ऐसे कार्यकताओं की लगातार अनदेखी कर रही है। 2019 की जो गलती पार्टी ने की थी पुनः उसी गलती को आज दोहराया गया। रायसुमारी और सर्वे को अनदेखा कर जिस प्रकार से टिकट का बंटवारा किया गया हम किस मुंह से जनता के बीच परिवारवाद के खिलाफ बात करेंगे। जो परिवारवाद का आरोप दूसरे दल पर हम लोग लगाते थे वही परिवारवाद भाजपा में दिख रही है। रौशन लाल चौधरी 5 मिनट पहले आए शिवराज सिंह चौहान से मिलते हैं और टिकट लेकर निकलते हैं। ढुल्लू महतो के भाई शत्रुघन को टिकट मिलने से हतप्रभ हूँ। जमशेदपुर पूर्वी से रघुवर दास जी की बहु को टिकट दिया गया मैं पूछना चाहता हूँ कि उनका पार्टी में क्या योगदान हैं। मीरा मुंडा का क्या योगदान है। समीर उरांव, गीता कोड़ा, सीता सोरेन को लोकसभा चुनाव में हार के बाद भी किस आधार पर टिकट दिया गया।
बाबूलाल मरांडी आदिवासी सीट से नहीं लड़ रहे चुनाव
अर्जुन मुंडा जी की पत्नी को टिकट मिला। चंपाई सोरेन जी के बेटे को टिकट मिला। लेकिन मेरे जैसे कार्यकर्ता को टिकट नहीं मिला। बाबूलाल मरांडी आदिवासी क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं इससे क्या मैसेज जाएगा। सीपी सिंह जी जब युवा थे तब उन्हें रांची से मौका दिया गया। वह 6 बार विधायक रहे फिर भी उन्हें ही टिकट दे दिया गया। संगठन से आग्रह करूंगा कि वह इसपर पुनर्विचार करे नहीं तो मैं निर्दलीय रांची सीट से चुनाव लड़ूंगा। बता दें कि भाजपा चुनाव समिति ने शनिवार को 66 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है।