रांची:
बीजेपी विधायक नवीन जयसवाल ने परिवहन, नगर विकास विभाग के अनुदान मांग पर कटौती प्रस्ताव रखते हुए कहा कि वर्तमान सरकार ने जनता के डर से नगर निकाय चुनाव दलगत नहीं करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकार ने दलगत आधार पर नगर निकाय का चुनाव कराया था। उन्होनें मांग किया कि पूर्व की तरह नगर निकाय का चुनाव दलगत आधार पर कराया जाय।
कोरोना काल में ट्रांसपोर्ट सेक्टर को क्षति
विधायक नवीन जायसवाल ने कहा कि नगर विकास एवं आभास विभाग फ्री होल्ड कर रहा है लेकिन रजिस्ट्री फीस आवास के साथ-साथ आवासीय परिसर की जमीन का भी लिया जा रहा है। यह गलत है। कोरोना काल मे ट्रांसपोर्ट से जुड़े लोगों को भारी आर्थिक क्षति हुई है। सरकार इस पीरियड के टैक्स को माफ करे। उन्होंने कहा कि अब तक नगर विकास के बजट का मात्र 28 प्रतिशत राशि ही खर्च हुआ है। यानी मात्र 763 करोड़ ही विभाग ने खर्च किया है।
लूट का साधन बन गया है जुडको!
नवीन जायसवाल ने कहा कि जुडको लूट का साधन बन गया है। उन्होंने सरकार से शहरी क्षेत्र में बोरिंग करने का आदेश देने की मांग की। सिटी बसों का परिचालन राज्य के अन्य शहरों में भी शुरू किया जाए। उन्होंने कहा कि पार्षदों को मात्र 7 हजार रुपये वेतन मिलता है। इसे बढ़ाया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर निगम में पिछले 2 वर्षों से समन्वय का अभाव है। अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। चुने हुए जनप्रतिनिधि की बात नहीं सुनी जा रही है।
लम्हों ने खता की सदियों ने सजा पायी: सुदिव्य सोनू
झामुमो विधायक सुदिव्य सोनू ने कटौती प्रस्ताव के विरोध में बोलते हुए कहा कि झारखंड का हाल वैसा ही है जैसा एक शायर ने कहा है - लम्हों ने खता की सदियों ने सजा पायी। नगर विकास विभाग घोटाले की भेंट चढ़ गया। वर्ष 2005 में मैनहार्ट घोटाला हुआ। उस समय नगर विकास मंत्री रघुवर दास ही थे। कहा कि रघुवर सरकार में घोटालों की लंबी फेहरिस्त है। पिछली सरकार में नगर विकास विभाग सीपी सिंह के पास था। हरमू नदी को नाला बना दिया और इस कार्य मे 84 करोड़ रुपये डकार गए।
कंबल ओढ़कर घी पीते हैं बीजेपी वाले
सुदिव्य सोनू ने कहा कि बीजेपी वाले कंबल ओढ़कर घी पीते हैं। उन्होंने कहा कि भी बीजेपी के लोग कहते हैं कि नगर निकाय का चुनाव दलीय आधार पर नहीं कराए जाने का विरोध कर रही है लेकिन अपने कार्यकाल में पंचायत का चुनाव दलीय आधार पर क्यों नहीं कराया। बीजेपी के लोग जुडको पर सवाल खड़ा कर रहे हैं जबकि जुडको तो पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की चहेती कंपनी थी।
भ्रम फैलाकर सरकार के कामों में व्यवधान उत्पन्न करना विपक्ष की नियति है। 21 वर्षों में एक फ्लाई ओवर नहीं बना। अभी हमारी सरकार ने 2 फ्लाई ओवर का प्रस्ताव स्वीकृत किया है। राज्य में परिवहन निगम नहीं बना। वर्तमान समय झारखंड पथ परिवहन निगम का गठन करने जा रही है।