गुमला
गुमला के सिसई में आयोजित परिवर्तन महासभा को केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज परिवर्तन का संदेश देने परिवर्तन यात्रा आई है। राज्य में जो सरकार चल रही है, उससे हम सब बेहाल हैं। 2014 के पहले देश में आतंक और भय का माहौल था। बीजेपी की सरकार बनने के बाद हमने उग्रवाद समाप्त किया, आतंक का अंत किया। आज इस सरकार में फिर से चारों तरफ आतंक का राज है। कहा कि बीजेपी की सरकार बनने पर हर बहन के खाते में पैसे डालकर उनको आत्मनिर्भर बनाया जायेगा।
उन्होंने कहा कि आज मकान बनाने के लिये बालू नहीं मिल रही है, बालू सीमेंट की तरह बाल्टी में बिक रही है। गरीब आदमी को मकान बनाना मुश्किल हो गया है। आज झारखंड की हालत ये है कि पिछले 5 साल में 7,400 से ज्यादा बलात्कार, 6,000 से ज्यादा अपहरण, 7,000 से ज्यादा हत्याएं हुई हैं। रुबिका पहड़िया जैसी हमारी बेटियां, उन्हें पहले प्रेम जाल में फँसाया जाता है और बाद में उनकी हत्या कर दी जाती है। राज्य में अपराधी खुलकर खेल रहे हैं, आम आदमी की जिंदगी सुरक्षित नहीं है। राज्य में माँ, बहन और बेटियों का सम्मान सुरक्षित नहीं है।
पूर्व की बीजेपी सरकार पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रघुवर दास की सरकार ने फैसला किया था कि जिनके पास खेती की जमीन है, उनको एक एकड़ पर 5,000 रुपये सालाना दिए जाएंगे। वर्तमान राज्य सरकार ने उन्हें वह रुपया देना बंद कर दिया। उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि राज्य में बीजेपी की सरकार बनते ही यह योजना चालू कर दी जाएगी। बालू को लेकर आश्वस्त करता हूँ कि बीजेपी की सरकार बनते ही मकान बनाने के लिए बालू मुफ़्त कर दी जायेगी। हर गरीब के पास पक्का मकान होना चाहिए, हम सर्वे चालू कर रहे हैं। हेमंत सोरेन की सरकार में मकान नहीं बने। मोदी जी के आशीर्वाद से हर गरीब का पक्का मकान बनेगा।
किसानों की चिंता करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि धान की फसल यहाँ मिट्टी के मोल बिक रही है। बगल में छत्तीसगढ़ और उड़ीसा में बीजेपी की सरकार है। यहाँ हेमंत सोरेन की सरकार मिट्टी के मोल धान खरीद रही है। आप बीजेपी की सरकार लाइये, 3,100 रुपये प्रति क्विंटल आपका धान खरीदा जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में हमने लाडली बहना योजना बनाई। गरीब बहनों की जिंदगी बदलने की कोशिश की थी। अगर 500-1000 रुपये की जरूरत पड़ जाए, तो गरीब बहन मजबूर हो जाती थी, तब हमारे मन में ये विचार आया कि हर बहन का एक बैंक खाता हो और उसमें हर महीने पैसे आयें। मध्यप्रदेश में कई महीने से बहनों के खातों में पैसे भेजे जा रहे हैं, इसे बढ़ाकर 3,000 रुपये करेंगे। उन्होंने कहा कि इन पैसों से किसी ने सिलाई मशीन लगाई, किसी ने चाय की गुमटी खोली, इससे उनकी आमदनी बढ़ी। आज कई राज्य इस योजना को अपना रहे हैं।