रांची
जेएमएम प्रवक्ता सुप्रियो भट्टचार्य ने आज प्रेस वार्ता कर कहा कि बीजेपी विधानसभा चुनाव में सिंगल डिजिट में रहेगी। उन्होंने आगे कहा, जैसे ही चुनाव सामने आया है पीएम मोदी को आदिवासी बहुत याद आने लगे हैं। कहा कि केंद्र को अगर झारखंड के आदिवासियों की सचमुच में चिंता है तो उनको बकाया राशि 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपये तुरंत दे देना चाहिये। कहा कि हेमंत सरकार ने 2019 के जनादेश के बाद युवा, महिला, छात्र, किसान सभी वर्ग के लोगों के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई हैं। कहा मजदूरों और महिला के उत्थान के लिए, शिक्षा की बेहतरी के लिए योजनाएं चलाई गयीं। बकाया राशि मिल जाने से इन योजनाओं के क्रियान्वयन में आसानी होती। कहा कि 1 लाख 36 हजार करोड़ कोई छोटी रकम नहीं है। ये रकम कई राज्यों के वार्षिक बजट से भी अधिक है।
जेएमएम नेता ने कहा कि ये हमारा बकाया है। केंद्र से हमें सौगात नहीं चाहिये, ये बकाया रकम चाहिये। हमने इस राज्य को भी खैरात में नहीं लिया। संघर्ष और बलिदान से लिया। कहा कि इस राज्य को सौगात नहीं, हमको हमारा हक औऱ अधिकार चाहिये। हमारा पैसा आपने रखकर कार्रपोरेट को दिया। अडानी को दिया। अंबानी को दिया। उनका पैसा रोककर आप हमें हमारा पैसा दीजिये। हम सक्षम हैं अपने राज्य को चलाने में। आपको आदिवासियों की इतनी चिंता थी, तो इस राज्य के मुख्यमंत्री एक आदिवासी हैं, एक आदिवासी का बेटा हैं, उसे आपने झूठे केस में 5 महीने जेल में रखा। कहा इसका जवाब झारखंड की जनता आपसे मांग रही है। फर्जी आरोप में इतने दिन जेल में रखा गया, जबकि हाईकोर्ट ने कहा कि प्रथम दृश्टतया ये केस बनता ही नहीं है। न उनके नाम पर जमीन की रजिस्ट्री है। न उनके नाम पर कोई खाता बही है। लेकिन झूठे बयान दर्ज कर ईडी के द्वारा उनको गिरफ्तार कर लिया गया। आपकी लोग उस व्यक्ति से जिस पर सेना की जमीन घोटाले का आरोप है, उससे कंद्रीय मंत्री को मिलवाते हैं। जो वारंटी हैं, उनसे मिलवाते हैं। कहा कि आदिवासियों की चिंता की ढकोसलाबाजी बंद कीजिये। हम झारखंड को चारागाह नहीं बनने देंगे। केंद्र ने गोड्डा में अडानी को कोयला दे दिया। पानी दे दिया और बिजली बांग्लादेश को दे दिया। झारखंड में इस तरह का काम दोबारा नहीं होगा। आपका सपना टूटेगा।
सुप्रियो ने कहा, विधानसभा चुनाव में आप सिंगल डिजिट में रहेंगे। हरियाणा और पंजाब से भी अधिक यहां आपकी हालत खऱाब होगी। उन्होंने पीएम मोदी से कहा, प्रधानमंत्री हैं तो आप न्याय कीजिये। अपने दोस्तों को लाभ मत दीजिये। आपकी जो जनता है, उसका जो अधिकार है, उसको दीजिये। कहा ये अजीब तरह का खेल शुरू हुआ है। कहा हमने चुनाव आयोग से भी कहा कि पीएम सबसे अधिक आते हैं झारखंड में। उस वक्त सुरक्षा के नाम पर कई चीजें हो जाती हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अभी मुख्य चुनाव बाकी है। कहा आचार संहिता लागू होने के बाद ये व्यवस्था नहीं होगी, जो अभी है। कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा हम भी चाहते हैं। लेकिन जब राज्य की बात हो तो समानरूपता में बात हो। कहा अब अगर, चुनाव के पहले बकाया 1 लाख 36 हजार करोड़ देने की घोषणा नहीं हुई तो झारखंड की जनता चुनाव में उनको सबक सिखायेगी।