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Ranchi : शाम 4 बजे रायपुर रवाना होंगे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कांग्रेस कोटे के मंत्रियों को लेकर लौटेंगे! 

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रांची: 
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बुधवार को रायपुर के लिए रवाना होंगे। रांची के बिरसा मुंडा अंतरर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से शाम तकरीबन 4 बजे सीएम हेमंत रायपुर के लिए उड़ान भरेंगे। चर्चा है कि मुख्यमंत्री कांग्रेस कोटे के 4 मंत्रियों को रायपुर से वापस रांची लाने के लिए जा रहे हैं। दरअसल, यूपीए के 32 विधायक फिलहाल रायपुर के मेफेयर गोल्ड रिजॉर्ट में हैं। इनमें कांग्रेस कोटे के 4 मंत्री (डॉ. रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख और आलमगीर आलम) हैं। 1 सितंबर को कैबिनेट की मीटिंग है। चर्चा है कि मुख्यमंत्री रायपुर से इन चारों मंत्रियों को लेकर रांची लौटेंगे ताकि मीटिंग बिना किसी व्यवधान के हो। 

रायपुर में ठहरे हुए हैं यूपीए के विधायक
गौरतलब है कि यूपीए के 32 विधायकों ने मंगलवार शाम तकरीबन साढ़े 4 बजे इंडिगो के विशेष विमान से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के लिए उड़ान भरी थी। रायपुर के मेफेयर रिजॉर्ट में इन विधायकों के लिए 40 कमरे बुक किए गए हैं। मंगलवार देर रात छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रिजॉर्ट पहुंचे और विधायकों से मुलाकात की। रायपुर में झारखंड मुक्ति मोर्चा के 19 और कांग्रेस के 11 विधायक हैं।

 झारखंड मुक्ति मोर्चा कोटे से कोई भी मंत्री रायपुर नहीं गया है। कहा जा रहा है कि सियासी संकट के बीच बीजेपी की तरफ से हॉर्स-ट्रेडिंग की कोशिश की आशंकाओं के मद्देनजर विधायकों को रायपुर भेजा गया है वहीं सूत्रों के हवाले से कांग्रेस के कई पदाधिकारियों ने कहा कि राज्यपाल पर दवाब बनाने के इरादे से ऐसा किया गया है। 

झारखंड में बीते 1 सप्ताह से सियासी संकट
रविवार को यूपीए के 11 विधायकों ने कांके स्थित मुख्यमंत्री आवास में प्रेस वार्ता भी की थी। उस प्रेस वार्ता में विधायकों ने राज्यपाल को अप्रत्यक्ष रूप से चेतावनी और चुनौती देते हुए कहा था कि वे चुनाव आयोग का सीलबंद लिफाफा सार्वजनिक करें अन्यथा अनुच्छेद-356 का इस्तेमाल करते हुए राष्ट्रपति शासन लगा दें।

विधायकों ने कहा था कि राजभवन की चुप्पी से जनता में संशय की स्थिति है। कामकाज रूका हुआ है। दरअसल, चर्चा है कि मुख्यमंत्री से जुड़े खनन पट्टा लीज मामले में चुनाव आयोग ने अपना मंतव्य राजभवन को भेज दिया है। खबरें हैं कि राज्यपाल ने भी अपना फैसला आयोग को भेज दिया है लेकिन इसका आधिकारिक ऐलान बाकी है। झारखंड में अभी सियासी खींचतान जारी है।