logo

केंद्र से बकाया राशि मांगी तो मुझे झूठा आरोप लगाकर मुझे जेल में डाल दियाः हेमंत सोरेन

पगसेदी2.jpg

द फॉलोअप डेस्कः
आज दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की लाखों महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना का लाभ दिया गया। इस दौरान सीएम हेमंत ने बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहै कि अब मंईयां सम्मान योजना की राशि 18 साल की युवतियों को भी मिलेगी। इसकी जो एक शर्त थी 21 साल वह खत्म कर दी जाएगी और 18 साल की बच्चियों को भी सम्मान राशि दी जाएगी। इस दौरान उन्होंने केंद्र की भाजपा पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उत्पाद सिपाही की भर्ती दौड़ा में युवा ऐसे ही नहीं मर रहे हैं बल्कि कोरोना काल में जो टीका भाजपा के लोगों ने लगाया गया है। उस गलत टीका की वजह से लोग मर रहे हैं। हम उसका भी हिसाब लेंगे। उस टीका को पूरा दुनिया में बंद कर दिया गया था लेकिन हमारे भारत में उसका सप्लाई हुआ। और नतीजा आज देश में अनेक लोगों की मौत हो जा रही है। सर्दी खांसी से लोग मर जा रहे हैं। चलते चलते लोग मर जा रहा है। दौड़ते दौड़ते लोग मर जा रहा है। बूढ़ा-बुजुर्ग नहीं जवान लड़का लड़की मर जा रहा है। 


भाषण की शुरूआत करते हुए सीएम हेमंत ने कहा कि आज इंद्र देवता भी हमारा साथ दे रहा है। आज बारिश नहीं है। जब इंसान कुछ ठान लेता है और  इमानदारी से कुछ काम करता है तो परिणाम भी उसको अच्छा मिलता है। हमारी महिलाओं ने, राज्य की बेटियों ने सभी कार्यक्रमों का रिकॉर्ड तोड़ दिया जो 2019 से पहले होते थे। आज राजधानी रांची में जनसैलाब है मानों आप एक ऐसा इतिहास रच रहे हैं आज जो आप आशीर्वाद देने पहुंचे हैं आपके इस आशीर्वाद के बदौलत हमें ताकत मिल रही है। आने वाले समय में इतना बड़ा सम्मान शायद ही किसी को मिलेगा। आपकी इस उत्साह से हमें ताकत मिलता है आपके दुख दर्द में आपके साथ खड़ा होने की। 2019 में हमने सरकार बनाई और तब से लेकर आज तक कई चुनौतियां हमारे सामने आई। आप सबने देखा कि कितना डरावना वक्त था। हमलोग ठीक से सरकार भी नहीं बना पाए थे और कोरोना ने पूरे देश दुनिया को जकड़ लिया। सब कुछ बंद था। 
झारखंड देश का सबसे पिछड़ा राज्य है। कहने को तो यह सोने की चिड़िया कहा जाता है। लेकिन बहुत दुर्भाग्य की बात है कि इस राज्य में लोगों के पास तन ढकने के लिए भी कपड़ उपलब्ध नहीं होता। ऐसे राज्य में ऐसी महामारी एक अभिशाप की तरह होता है। हमारे राज्य में मजदूर किस्म का लोग सबसे अधिक रहता है अगर वो एक दिन मजदूरी नहीं करेगा तो उसका चूल्हा नहीं जलेगा। पूरा परिवार भूखा रह जाता है। इस समस्या को हमसे ज्यादा अच्छी तरीके से कोई नहीं समझ सकता। हम वो भी दिन देखे है जब डबल इंजन की सरकार थी तो यहां के लोग हाथ में राशन कार्ड लेकर के भात भात करते हुए मरा है। उस समय हमलोगों ने कमर कसा कि हमें इस डबल इंजन की सरकार को उखाड़ फेंकना है। आपका आशीर्वाद मिला और हमने डबल इंजन की सरकार को उखाड़ फेंका। हम सरकार तो बनाए लेकिन कोरोना महामारी आ गया। अब क्या करे ना अस्पताल की स्थिति ठीक, ना डॉक्टरों की स्थिति ठीक। ऐसे हालत में हमलोग क्या करे समझ में नहीं आता था। दूसरे राज्यों में हमारे नौजवान काम करने गये थे। वहां भी वो लोग को नौकरी से निकाल दिया। घर लौटने के लिए ना ट्रेन, ना बस कुछ नहीं। सब बंद था। लेकिन याद करिए आप वो दिन कि पूरा देश में पहली बार आपका ये बेटा, ये भाई आपके परिवार जनों को हवाई जहाज से लाद कर आपके घर पहुंचाने का काम करता था। किसी को हवाई जहाज से लाते थे। किसी को ट्रेन से किसी को बस से। बात यहीं खत्म नहीं होता था। मजदूरी बंद थी। घर चलेगा कैसे। उस समय हमारी आधी आबादी, हमारी दीदीयों ने सरकार के साथ खड़ा होने का निर्णय लिया। याद कीजिए वो दिन इस राज्य की महिला दीदी गांव-गांव पंचायत पंचायत में हमारे मजदूर भाईयों को मुफ्त में दाल भात बनाकर खिलाने का काम करती थी। 


डबल इंजन की सरकार में ना कोई महामारी, ना कोई आपदा उस समय लोग राशन कार्ड लेकर हाथ में मरा। लेकिन हमलोगों ने इस आपदा के बाद भी किसी को भूख से मरने नहीं दिया। उसी दिन हमने यह संकल्प लिया कि इस राज्य की आधी आबादी के लिए हमें कुछ करना होगा। धीरे धीरे समय बीतता गया। दो ढ़ाई साल के बाद कोरोना का बादल छंटना शुरू हो गया। जब हम काम करना शुरू किया तो हमारे विपक्ष के लोग मेरा टांग खींचने लगे। हम पर झूठा आरोप लगाने लगा। 2 साल तक ईडी सीबीआई करने लगा। जब नहीं सका तो जबरदस्ती जेल के अंदर भी डाल दिया। लेकिन सच तो सच है। आखिरकार आपलोगों के प्यार आपके आशीर्वाद से हम फिर आकर आपके सामने खड़े है। राज्य अलग हुए 25 साल होने जा रहा। हमारा सामने आज भी कई ऐसे गांव है जहां के लोग बीडीओ कौन है सीओ कौन है नहीं जानता था। डीसी, एसपी तो दूर की बात है। हमने शुरू से कहा था कि हमारी सरकार रांची से चलने वाली सरकार नहीं है। हमारी सरकार गांव से चलने वाली सरकार है। इसलिए हमने गांव-गांव, टोला-टोला में शिविर लगाकर आपकी समस्या को जानने का प्रयास किया था। कोई लैपटॉप लेकर गया। कोई बैलगाड़ी में गया। कोई साइकिल में गया लेकिन जाता जरूर था। 


गांव की समस्या को ध्यान में रखकर हमने कार्ययोजना बनाना प्रारंभ किया। उसी का पहला पड़ाव था हमारे मां-बाप बूढ़ा-बुजुर्ग को सम्मान देना। उसके लिए हमने सर्वजन पेंशन देना शुरू किया। पहले एक दो बूढ़ा-बुजुर्ग को पेंशन मिलता था। और बाकी बूढ़ा-बुजुर्ग दलाल के चक्कर में पड़ा रह जाता था। वो लोग से हजार-दो हजार-पांच हजार ठग लिए जाते थे। लोग मर जाता था लेकिन पेंशन नहीं मिल पाता था। तब हमने निर्णय लिया कि इस राज्य के सभ 60 साल के बुजुर्ग को हम पेंशन देंगे। गरीब, गरीब सुनकर हम आज भी परेशान है। लेकिन उससे परेशान नहीं होना है। कोई ऐसी समस्या नहीं है जिसका समाधान नहीं हो सके। हमारे विधायक हमें आकर बताते थे कि आपने बहुत अच्छा किया सर्वजन पेंशन देकर लेकिन थोड़ी उम्र सीमा को कम कर दिया जाता तो और अच्छा होता। तब हमने इमानदारी से प्रयास किया। उस कानून में एक बदलाव किया। महिलाओं में जो 60 साल हमने लगाया था उसको घटनाकर 50 साल कर दिया। आज गांव में बूढ़ा-बुजुर्ग लोग दिन गिनता है कि कब मेरा 50 साल हो जाएगा। अब दलाल का चक्कर नहीं। अब सीधा आपको वोटर कार्ड आधार कार्ड लेकर जाओ। बीडीओ सीओ की जिम्मेदारी है कि वह आपको पेंशन का लाभ देगा। आज दिया लगाकर, टॉर्च लगाकर भी आप बूढ़ा-बुजुर्ग बिना पेंशन  के खोजेंगे तो कोई नहीं मिलेगा। 


अब आप चिंता मत कीजिए अब इस राज्य की बच्चियों के बेहतर भविष्य के लिए अब सरकार उनके साथ खड़ी होने जा रही है। पहले चरण में हम बच्चियों को सावित्रि बाई फूले योजना से जोड़ रहे हैं। लगभग 9 लाख से अधिक बच्चियां उससे जुड़ी है। आने वाले समय में अपने बच्चों को आप इंजीनियर, डॉक्टर, पत्रकार जो भी बनाना हो उसके लिए चिंता नहीं करना है। हम गुरुजी क्रेडिट कार्ड लेकर आए हैं। गुरुजी क्रेडिट कार्ड आप बैंक में लेकर जाइए तुरंत आपको 15 लाख मिलेगा। कुछ गिरवी रखने की जरूरत नहीं है। पढ़ाई पूरी कर लेगा। नौकरी लग जाएगी तब पैसा वापस करते रहना। 


डबल इंजन की सरकार ने इस राज्य के खजाने से खखोर-खखोर के सबकुछ निकाल लिया। खजाना में एक रुपया नहीं छोड़ा। हमलोग सरकार में आए तो माथा पकड़ लिए सरकार हम चलाएंगे कैसे। फिर हमलोग भी खोजबीन शुरु किय़े। यहां कोयला, अभ्रक, सोना, चांदी निकलता है फिर खजाना कैसे खाली हो गया। फिर पता चला कि कोयला कंपनी के पास भारत सरकार हमारा एक लाख छत्तीस हजार करोड़ रुपया लेके बैठा है। हमलोगों ने तुरंत जोड़ घटाव किया और पहुंच गये दिल्ली। हमारे यहां से जो कोयला निकाले हो उसका पैसा दो। जब हम ये मांग करना शुरू किये तो हमारे पीछे ईडी सीबीआई लगा दिये। जेल में डालने की कोशिश करने लगे। थोड़ा पैसा दिया बाद में वो भी बंद। अब तो सुप्रीम कोर्ट ने ऑर्डर दिया है कि खनन कंपनियों से राज्य सरकार पैसा तसीली कर सकती है। जैसे सुप्रीम कोर्ट का यह ऑर्डर आया वैसे ही हमने सोचा कि अब इस राज्य का काम हम तेजी से कर सकेंगे। उसका पहला पड़ाव में इस राज्य की आधी आबादी जो महिलाएं है। 21 साल से 50 साल की महिलाओं को हमने 1 हजार देने का निर्णय लिया है। लगभग 50 लाख महिला इस योजना से जुड़ गई है। 


अभी जो 21 साल की हो जाएगी उसको आज पेंशन मिल जाएगा। इस राज्य की बच्चियों के पैदा होने से लेकर मरने तक हमने कुछ ना कुछ देने का संकल्प लिया है। महिलाएं अब बोझ नहीं है। बच्चियों को पढ़ाईए लिखाईए। हमारे अनपढ़ होने का लोग फायदा उठाते हैं। हमें बेवकूफ बनाते हैं। जो थोड़ा बहुत बोलने का ताकत रखते हैं उनको जेल में डाल दिया जाता है। हमारा इस राज्य में गरीबी इतना है कि बहुत सारी महिलाएं महिनों नहीं नहाती थी क्योंकि उनके पास कपड़े नहीं थे। 


कई रोजगार हमने दी है लेकिन हमारे विपक्ष के लोगों के आंख में टीना का चश्मा लग गया है। ये लोग अंधा हो गया है। यहां का नेता को दिखाई नहीं दे रहा था तो असम से मध्यप्रदेश से नेता आकर हमारे झारखंडी भाईयों के बीच हिंदू-मुस्लिम करने में लगा है। सीएम ने कहा कि दो महीने के बाद चुनाव है। ये लोग आए दिन संप्रादयिक तनाव फैलाने में मास्टर डिग्री इनको प्राप्त है। अखबार भी पढ़ेंगे तो उसमें भी उसी तरह की बू आनी शुरू होगी। एक नेता आते हैं असम से वो तो लगता है हिंदू-मुस्लिम भड़काऊ भाषण फैलाने में सबसे अधिक डिग्री उन्होंने ले लिया है। यहां आए दिन आते हैं और तनाव का माहौल बनाने लगते हैं। कभी सरकार गिराने में लगते हैं कभी हिंदू मुस्लिम करते हैं। लेकिन डरने की बात नहीं है। यहां के लोग गरीब जरूर है लेकिन स्वाभिमानी है। अपना राज्य तो संभलता नहीं है। यहां आ जाते हैं जहर घोलने। नौकरी की बात हमारे विपक्ष के लोग हमेशा करते हैं। इनको पता नहीं है कि पांच साल में एक भी जेपीएससी इन लोगों ने नहीं करवाया। हमलोग आते ही जेपीएससी का परीक्षा करवाकर राज्य में 300 बीडीओ, सीओ, कलेक्टर हमलोग बनाए। अभी वह सेवा दे रहे हैं। आज शिक्षकों की नियुक्ति हमलोगों ने की। पंचायत सचिव की नियुक्ती हुई। उत्पाद सिपाही का नियुक्ति चल रहा है। उत्पाद सिपाही की भर्ती में लोग चलते-चलते मर जा रहे हैं। वह ऐसे नहीं मर रहे हैं। कोरोना काल में जो टीका भाजपा के लोगों ने लगाया गया है। उस गलत टीका की वजह से लोग मर रहे हैं। हम उसका भी हिसाब लेंगे। उस टीका को पूरा दुनिया में बंद कर दिया गया था लेकिन हमारे भारत में उसका सप्लाई हुआ। और नतीजा आज देश में अनेक लोगों की मौत हो जा रही है। सर्दी खांसी से लोग मर जा रहे हैं। चलते चलते लोग मर जा रहा है। दौड़ते दौड़ते लोग मर जा रहा है। बूढ़ा-बुजुर्ग नहीं जवान लड़का लड़की मर जा रहा है। अभी हाल फिलहाल में हमारे पूर्व सांसद की बेटी साधारण बीमारी में तुंरत खत्म हो गई। इनलोगों ने बड़े चतुराई से जो दवा को बंद करने का नोटिस जारी हुआ। इन लोगों ने चंदा का पैसा वसूलने के लिए देशवासियों को जबरदस्ता टीका लगवा दिया। अंत में सीएम हेमंत ने कहा कि अब मैं एक महत्वपूर्ण घोषणा करने जा रहा हूं। अब 18 साल से 20 साल की बेटियों को सम्मान योजना में जोड़ने का काम किया जाएगा। जो हमलोगों ने 21 साल से शुरू किया है उसको 18 साल कर दिया जाएगा।