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Ranchi : 8 घंटे की पूछताछ के बाद ED कार्यालय से निकले CM के मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद 'पिंटू'

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रांची: 
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद पिंटू तकरीबन 8 घंटे की पूछताछ के बाद ईडी कार्यालय से निकले। अभिषेक प्रसाद पिंटू सुबह तकरीबन 11 बजे अपने वकील प्रदीप सरकार के साथ रांची स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे थे। सफेद चेक शर्ट पहने अभिषेक प्रसाद पिंटू अपने साथ लाल झोला लेकर पहुंचे थे जिसमें संभवतया अहम दस्तावेज रहे होंगे। ईडी कार्यालय के बाहर उनके वकील प्रदीप सरकार ने कहा था कि पूछताछ हो जाने दीजिए। फिर बात करना बेहतर होगा। 

27 जुलाई को ईडी ने किया था समन
गौरतलब है कि अभिषेक प्रसाद पिंटू को ईडी ने 27 जुलाई को समन किया था। उनको पूछताछ के लिए 1 अगस्त को बुलाया गया था लेकिन मानसून सत्र में मुख्यमंत्री के साथ कामकाज में बिजी होने का हवाला देकर उन्होंने वक्त मांगा था। हालांकि, कहा जाता है कि इस दौरान उन्होंने अपने वकील से सलाह-मशवरा किया और 3 अगस्त को पूछताछ के लिए हाजिर हुए। रिपोर्ट्स के मुताबिक वकील ने ही सीएम के प्रेस सलाहकार को सलाह दी थी कि वे ईडी के समक्ष पेश होने में विलंब ना करें। वकील की सलाह मानकर ही 1 की बजाय आखिरकार 3 अगस्त को अभिषेक पिंटू ईडी कार्यालय पहुंचे थे।

 

19 जुलाई को हुई थी पंकज मिश्रा की गिरफ्तारी
दरअसल, 19 जुलाई को मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को गिरफ्तार किया गया था। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक ईडी को पंकज मिश्रा और अभिषेक प्रसाद पिंटू के बीच वित्तीय लेन-देन से संबंधित बातचीत के कुछ अहम विवरण मिले थे। ईडी ने इसी आधार पर सीएम के मीडिया सलाहकार को समन किया था। हालांकि, अभी जानकारी सामने नहीं आई है कि अभिषेक प्रसाद पिंटू से क्या पूछताछ की गई है। धीरे-धीरे बातें सामने आएंगी। 

अवैध खनन और मनी लाउंड्रिंग की जांच
बता दें कि ईडी की हालिया कार्रवाई झारखंड में अवैध खनन के जरिए 100 करोड़ रुपये से भी ज्यादा मनी लाउंड्रिंग से जुड़ी है। 8 जुलाई को अवैध खनन और मनी लाउंड्रिंग मामले में ईडी ने सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और अन्य के साहिबगंज, राजमहल, बरहरवा, मिर्जाचौकी और बरहेट के 21 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसमें करोड़ों की नगदी और अहम दस्तावेज मिले थे। पंकज मिश्रा सहित कुछ लोगों के 50 बैंक खातों का भी पता चला था जिसमें अवैध तरीके से कमाई गई 11 करोड़ रुपये से अधिक की रकम जमा थी। ईडी ने उक्त राशि को जब्त कर लिया। उपरोक्त बातें ईडी ने अपने आधिकारिक बयान में बताई थीं।