रांची
सियासी गहमा-गहमी के बीच आज कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर (Ghulam Ahmed Mir) ने सीएम हेमंत सोरेन (Hemant soren) से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने ED और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से 5 साल के लिए चुनी गयी सरकार को गिराने की साजिश रची है, जो कि गलत है। कहा कि झारखंड की हेमंत सरकार का कार्यकाल अभी एक साल बाकी है। ये सरकार अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी, इसमें कोई संदेह नहीं है।
झारखंड सरकार को गिराने की साजिश
गुलाम अहमद मीर ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार झारखंड सरकार को गिराने की लगातार कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार के शपथ ग्रहण के बाद से केंद्र की टेढी नजर झारखंड पर है। राज्य को अस्थिर करने की कोशिश हो रही है। इसके लिए ED जैसी जांच एजेंसियों का सहारा लिया जा रहा है। लेकिन राज्य की जनता इन साजिशों को समझ रही है। समय आने पर जनता ही केंद्र सरकार को जवाब देगी। कहा कि हेमंत सरकार के खिलाफ किसी भी साजिश का पर्दाफाश किया जायेगा और इसे जनता की अदालत में ले जायेंगे।
ED को सीएम ने किया है ईमेल
इधर, सीएम हेमंत सोरेन ने विवादों के बीच ED को कल यानी 29 जनवरी को एक मेल किया है। इसमें उन्होंने कहा है कि ED की टीम ने जिस जमीन को लेकर उनसे 20 जनवरी को सवाल पूछे, वो जमीन दरअसल पाहन परिवार की है। CM हेमंत की ओर से ED को भेजे में इस बात का जिक्र किया गया है। बता दें कि ED के अफसरों ने CM हेमंत से लगभग 7 घंटे पूछताछ की थी। इस बीच उनसे 17-18 सवाल पूछे गये। CM हेमंत सोरेन की ओऱ से कहा गया है कि उनसे बड़गाई की जमीन बारे में भी सवाल पूछे गये। इस जमीन से उनका कोई संबंध नहीं है। इस जमीन का मालिकाना हक वहां के पाहन परिवार के पास है। इसी के साथ ED के अफसरों ने सोहराई भवन से संबंधित अकाउंट के बारे में भी उनसे पूछताछ की। इस बाबत CM ने बताया कि सोहराय भवन के बारे में उनको बहुत जानकारी नहीं है। क्योंकि इस भवन का प्रबंधन और लेनदेन उनकी पत्नी कल्पना सोरेन देखती हैं।