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लोहरदगा में 15 साल बाद भी 100 बेड के हॉस्पिटल का निर्माण अधूरा, कैसे स्वस्थ रहेगा झारखंड?

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द फॉलोअप डेस्कः 
राज्य सरकार की ओर से साल 2007-2008 में लोहरदगा जिले के कुडू प्रखंड में 100 बेड के अस्पताल भवन का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। लगभग 7 करोड़ लागत से निर्माण कार्य शुरू हुआ था। 15 साल हो गये लेकिन यह योजना अब तक पूरी नहीं हुई। अब तक अस्पताल का निर्माण नहीं हो सका है। काफी धीमी गति से निर्माण कार्य, गुणवत्ता में कमी, जांच, संवेदक और विभाग की लापरवाही की वजह से योजना अधूरी रह गई। 


साल 2019 में काम शुरू हुआ था 
इस मामले को लेकर स्थानीय समाजसेवी विकास चंद्रा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन साल 2019 में अस्पताल की स्थिति को लेकर एक ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने काम की स्थिति के बारे में मुख्यमंत्री को बताया था। सीएम ने मामले में त्वरित रूप से कार्रवाई करते हुए जांच और अस्पताल का निर्माण कार्य प्रारंभ करने का निर्देश दिया था। उस समय विकास चंद्रा के पहल की भी सराहना हुई और सीएम के त्वरित पहला को लेकर भी प्रशंसा की गई। इस बाद भी कुछ नहीं हुआ। विकास चंद्रा ने प्रधानमंत्री कार्यालय को भी मामले से अवगत कराया। बावजूद इसके कोई पहल नहीं हुई। कई बार आश्वासन मिला फिर भी अस्पताल अधूरा ही रह गया। 


स्वास्थ्य क्षेत्र में लंबी छलांग थी यह योजना 
इस योजना की शुरूआत हुई तो स्थानीय लोगों में काफी खुशी थी। लोगों को लगा कि अब कुडू में स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार होगा। उस समय पूरे जिले में कहीं भी 100 बेड का अस्पताल नहीं था। कुडू प्रखंड मुख्यालय स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक लंबी छलांग लगाने वाला था। लेकिन लोगों का सपना सिर्फ सपना बनकर ही रह गया। काफी धीमी गति से निर्माण कार्य, गुणवत्ता में कमी, जांच, संवेदक और विभाग की लापरवाही की वजह से योजना अधूरी रह गई। आज तक यह योजना पूरी नहीं हो पाई।