रांची
सीपीएम की वरिष्ठ नेता बृंदा कारात ने आज सीएम चंपाई सोरेन से मुलाकात की औऱ कहा कि झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैंठियों के नाम पर लोगों को बांटने की साजिश रची जा रही है। कहा, राज्य सरकार को इस दिशा में सख्त कदम उठाना चाहिये। कारात ने आगे कहा कि हमारे देश में यह सर्वसम्मत परंपरा रही है कि स्पीकर के पद पर सत्ता पक्ष और डिप्टी स्पीकर के पद पर विपक्ष का उम्मीदवार दिया जाता है। लेकिन 400 पार का नारा देने वाली और 18वीं लोकसभा में छोटे कद के साथ मौजूद बीजेपी यह दोनों ही पद अपने पाले में रखना चाहती है। बता दें कि आज सीपीएम की 2 दिवसीय राज्य कमिटी बैठक में भाग लेने पोलित ब्यूरो सदस्य कारात रांची आय़ी हैं। पार्टी ने बढती महंगाई और बेरोजगारी व स्थानीय मुद्दों पर 25 से 31 अगस्त तक जिला और अनुमंडल मुख्यालयों में प्रदर्शन किए जाने का फैसला किया है।
झारखंड की जनता को दी बधाई
सीपीएम नेता ने झारखंड के मतदाताओं को बधाई देते हुए कहा कि यहां की जनता ने बीजेपी का राजनीतिक कद छोटा किया है। उन्होंने असम के मुख्यमंत्री द्वारा बांग्लादेशी घुसपैठियों का मामला उठाए जाने पर कहा कि असम के मुख्यमंत्री को पहले झारखंड को समझना होगा। केवल अपने आकाओं की बातें दोहराने से कुछ नहीं होगा। बीजेपी 'घुसपैंठिया' के नारे का इस्तेमाल केवल सांप्रदायिक धुव्रीकरण के लिए करना चाहती है। यदि बांग्लादेश से घुसपैंठ हो रही है तो इसे रोकने का काम केंद्र सरकार का ही पहले है। इस बात को बीजेपी भी समझती है।
न्यूनतम मजदूरी का मामला उठाया
वहीं, पार्टी के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने कहा कि श्रम विभाग ने सभी प्रक्रियाओं को पूरा कर राज्य में न्यूनतम वेतन के बढोत्तरी की अधिसूचना जारी की थी। लेकिन चैंबर आफ कॉमर्स राज्य सरकार पर अनावश्यक दबाव बना कर इस अधिसूचना को रद्द कराना चाहता है। चैंबर ऑफ कॉमर्स का कहना है कि वह बढ़ी हुई दर पर न्यूनतम मजदूरी नहीं देगा। पार्टी राज्य सरकार से मांग करती है कि वह इस दिशा में सख्त कदम उठाये। मौके पर इकबाल भी मौजूद थे।