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Cyber Crime : फर्जी बैंक अधिकारी बनकर लोगों को लूटता था गिरोह, पुलिस ने 9 साइबर क्रिमिनल्स को पकड़ा

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देवघर: 

देवघर पुलिस ने नकली बैंक ऑफिसर बनकर लोगों को चूना लगाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। देवघर की साइबर पुलिस की टीम ने करौं थानाक्षेत्र अंतर्गत नागादरी गांव से 9 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामान बरामद किया है। मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने गिरोह के पास से 21 मोबाइल फोन, 53 सिम कार्ड और 3 मोटरसाइकिल बरामद की है। गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल्स में से 3 सगे भाई हैं। 

गिरफ्तार अपराधियों में कौन-कौन शामिल
गिरफ्तार साइबर अपराधियों की पहचान नागादरी गांव के रहने वाले नशाद अंसारी, सज्जाद अंसारी, मुस्तफा अंसारी, परवेज आलम, रजाउल मियां, सहादत अंसारी, तकबुल अंसारी, आफताब आलम और जामताड़ा जिले के नगर थानाक्षेत्र अंतर्गत चेंगाडीह गांव निवासी सरफुद्दीन अंसारी का नाम शामिल है। पुलिस इनको जेल भेजने की तैयारी में है। 

गिरोह में तीन सगे भाई भी थे शामिल
गौरतलब है कि गिरफ्तार साइबर अपराधियों में से तीन नशाद अंसारी, सज्जाद अंसारी और मुस्तफा अंसारी सगे भाई है। तीनों साथ मिलकर ठगी किया करते थे। साइबर डीएसपी सुमित कुमार ने जानकारी दी है कि पुलिस अधीक्षक धनंजय कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ युवा बैंक अधिकारी बनकर लोगों को झांसा देते हैं और ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे में एसपी के निर्देश पर साइबर डीएसपी सुमित प्रसाद और मुख्यालय डीएसपी मंगल सिंह जामुदा के नेतृत्व में विशेष छापेमारी टीम का गठन किया गया था। 

फर्जी बैंक अधिकारी बनकर लूटते थे
मिली जानकारी के मुताबिक साइबर क्रिमिनल्स बैंक ग्राहकों को फर्जी बैंक अधिकारी बनकर उनका आधार नंबर, पैनकार्ड नंबर लिंक करने के नाम पर मांगते थे। उनसे ऑनलाइन अकाउंट खोल लेते हैं। उक्त अकाउंट पर साइबर ठगी की अवैध राशि मंगाई जाती थी। फर्जी मोबाइल नंबर से फर्जी बैंक पदाधिकारी बनकर आम लोगों को एटीएम बंद होने एवं उसे चालू कराने के लिए सीरीज कॉल किया जाता था। कस्टरम को झांसे में लेकर उनसे ओटीपी लेकर राशि की निकासी की जाती थी