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JSSC-CGL पेपर लीक की CBI जांच के लिए 1 मार्च को डिजिटल आंदोलन, ये हैं मुख्य मांगें

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द फॉलोअप डेस्क

झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित सीजीएल परीक्षा में पेपर लीक का मामला तुल पकड़ता जा रहा है। अभ्यर्थी मामले की एसआईटी जांच से संतुष्ट नहीं हैं और सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। अपनी मांगों के समर्थन में अभ्यर्थियों ने राज्यव्यापी डिजिटल आंदोलन का ऐलान किया है। झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन के कार्यकर्ताओं ने बताया कि 1 मार्च को, सीजीएल पेपर लीक मामले में ट्विटर (एक्स) पर डिजिटल आंदोलन चलाया जाएगा। उन्होंने आह्वान किया है कि छात्र इसे समर्थन दें। 

आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमा वापस लेने की मांग
गौरतलब है कि, अभ्यर्थी आंदोलन के दौरान सरकार के समक्ष कई मांगें रखने वाले हैं। वे चाहते हैं कि मामले की सीबीआई जांच हो। अगली बार परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से ली जाए। सिंगल परीक्षा की बजाय 2 चरणों में यानी प्रीलिम्स और मेन्स का प्रावधान हो। परीक्षा कराने का जिम्मा, ऐसी एजेंसी को सौंपी जाए जिसका अतीत बेदाग रहा है। अभ्यर्थियों की यह भी मांग है कि 31 जनवरी को नामकुम स्थित आयोग कार्यालय के सामने आंदोलन के दौरान जिन छात्रों पर मुकदमा दर्ज किया गया है, उन्हें वापस लिया जाए। 

28 जनवरी को हुई परीक्षा में पेपर लीक का मामला आया
बता दें कि झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) ने सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा (JSSC CGL) 2023 का आयोजन 28 जनवरी को किया था। परीक्षा के कुछ ही घंटे बाद पेपर लीक का मामला सामने आया। अभ्यर्थियों ने राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। 31 जनवरी को आयोग कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। इसी दिन आयोग ने परीक्षा रद्द कर दी और 4 फरवरी को प्रस्तावित दूसरे चरण की परीक्षा भी स्थगित कर दी गई। आयोग ने कहा कि परीक्षा की नई तारीख जल्द ही वेबसाइट पर घोषित की जाएगी। 

 5 बार टाली जा चुकी थी जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा
झारखंड सीजीएल-2023 परीक्षा का इंतजार अभ्यर्थी लंबे समय से कर रहे थे। यह परीक्षा पहले कई बार टाली जा चुकी है। 5 बार टालने के बाद आखिरकार आयोग ने 28 जनवरी और 4 फरवरी को परीक्षा लेने का ऐलान किया। 28 जनवरी को झारखंड के सभी जिलों में बने परीक्षा केंद्रों में परीक्षा का आयोजन किया गया लेकिन अभ्यर्थियों ने दावा किया कि प्रश्न के जवाब कई घंटे पहले ही व्हाट्सएप और टेलीग्राम सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल होने लगा था। उन्होंने परीक्षा रद्द करने की मांग की। 

अभ्यर्थियों कि मांग है कि पूरी मामले कि CBI जांच करवायें
झारखंड में पिछले 10 साल से जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा आयोजित नहीं की गई है। लंबे इंतजार के बाद जनवरी में परीक्षा हुई लेकिन इसमें पेपर लीक हो गया। इससे पहले भी विभिन्न कारणों से परीक्षा का आयोजन नहीं किया जा सका था। सब देखते हुए अभ्यर्थियों ऐलान किया है कि वे 1 मार्च को 10 बजे से डिजिटल आंदोलन शुरू करेंगे । उनका कहना है कि परीक्षा की नई तिथि जल्द ही घोषित करें और इस बार परीक्षा कराने का जिम्मा ऐसी एजेंसी को सौंपी जाए जिसकी छवि साफ हो। परीक्षा का आयोजन ऑनलाइन मोड पर करवाएं। परीक्षा  2 चरण मे ली जाए। पहला चरण प्रीलिम्स व दूसरा मेन्स में लिया जाये।