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लोहरदगा : हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में हो रही ड्रोन से निगरानी, जांच के लिए SIT का गठन 

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लोगरदगाः
लोहरदगा में इन दिनों संप्रदायिक हिंसा भड़की हुई है। शांति है लेकिन तनाव व्याप्त है। रामनवमी की रात करीब 12 वाहनों और 3 घरों को आग के हवाले कर दिया गया था। पुलिस-प्रशासन की चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बाद भी सोमवार की देर रात उपद्रवियों ने जहां हेसल गांव में झोपड़ीनुमा एक होटल में आग लगा दी थी, वहीं मंगलवार की रात शहर के अमलाटोली बुचन गली में फिर पत्थरबाजी हुई। पत्थरबाजी की घटना के बाद क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया। प्रशासन ने रामनवमी की आधी रात से ही जिले में इंटरनेट सेवा ठप कर दी। पूरे मामले की जांच के लिए मंगलवार को एसआइटी का गठन कर दिया। इसमें तीन डीएसपी समेत कई पुलिस पदाधिकारियों को शामिल किया गया है।


 ड्रोन  से की जा रही है निगरानी 
ड्रोन से संबंधित क्षेत्रों में नजर रखी जा रही है। इधर, घटना को लेकर क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मी भी तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास मंगलवार को लोहरदगा पहुंचे। पुलिस ने रघुवर दास को उन क्षेत्रों में नहीं जाने दिया। जिससे नाराज बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। रघुवर दास के साथ बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता साथ दिखे।  

 

रघुवर दास ने लगाया तुष्टिकरण का आरोप
मीडियाकर्मी से बात करते हुए रघुवर दास ने कहा कि इस सरकार में सांप्रदायिक उन्माद की घटनाएं बढ़ गई हैं। उन्होंने निष्पक्ष जांच करावाने की मांग की। कहा कि सरकार दोषियों को शीघ्र दंडित करे। साथ ही रघुवर ने झारखंड सरकार पर तुष्टिकरण और एक पक्षीय कार्रवाई का आरोप लगाया है।