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चेशायर होम रोड की जमीन जब्त करेगी ED, जांच में हुए कई नए खुलासे

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द फॉलोअप डेस्क
ईडी की टीम चेशायर होम रोड की जमीन को जब्त करेगी। ईडी ने अपने जांच के बाद कई खुलासे किए हैं। ईडी ने अपने जांच में पाया है कि गिरफ्तार कोलकाता के रजिस्ट्रार आफ एश्योरेंस के कर्मी तापस, संजीत और इरशाद ने चेशायर होम रोड में 4.83 एकड़ जमीन का फर्जीवाड़ा कर उसे बेचने की कोशिश की थी। इस जमीन का सर्किल रेट 22.61 करोड़ रुपए है। हालांकि जमीन का बाजार मूल्य चार गुना से अधिक है।गौरतलब है कि झारखंड में रांची जमीन घोटाले से जुड़े केस में गिरफ्तार कोलकाता के रजिस्ट्रार आफ एश्योरेंस के कर्मी तापस, संजीत और इरशाद को रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार भेज दिया गया है। तीनों को अब ईडी रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।


फर्जी कागजात बनवा कर किया जाता था जमीनों का सौदा
ईडी ने कोर्ट को दिए रिमांड पीटिशन में बताया है कि बड़गाईं अंचल के गिरफ्तार राजस्व उपनिरीक्षक भानू प्रताप, मो. सद्दाम, अफसर अली, प्रिय रंजन सहाय, विपिन सिंह और शेखर कुशवाहा उर्फ शेखर महतो ने कई जमीनों का सौदा फर्जी कागजात बनवा कर किया। ईडी द्वारा कोर्ट को बताया गया कि सद्दाम हुसैन ने बरियातू के खाता नंबर 234 के 6.34 एकड़ का फर्जी डीड 1940 की तारीख में बनवाई थी। इस जमीन के प्लाट 989 (84 डिसमिल) और 996 (32 डिसमिल) को ईडी ने हेमंत सोरेन के कब्जे वाली 8.86 एकड़ जमीन का हिस्सा बताया है। ईडी ने दावा किया है कि सद्दाम हुसैन, अफसर अली, प्रिय रंजन सहाय, शेखर महतो ने गाड़ी मौजा के 4.83 एकड़ जमीन को भी फर्जी डीड पर हड़पने की साजिश रची थी।


कैसे करते थे फर्जीवाड़ा
गौरतलब है कि ईडी की प्रारंभिक जांच में तीनों ने अपनी संलिप्ता स्वीकार की है। जानकारी के अनुसार हजारीबाग का कोर्ट कर्मचारी मो इरशाद के द्वारा फर्जी डीड की राइटिंग की जाती थी। इरशाद ने फर्जी डीड राइटिंग के एवज में पूर्व से जेल में बंद अफसर अली और सद्दाम से तकरीबन आठ लाख लिए थे। तापस घोष और संजीत कुमार के द्वारा कोलकाता में रिकॉर्ड से पेपर गायब किया जाता था। इसके एवज में मोटी रकम प्राप्त होती थी।

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