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झारखंड  : बारिश समय पर नहीं होना किसानों के लिए बड़ी संकट, उचित निर्णय लेने की जरूरत - बंधु तिर्की 

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रांची:
राज्य में पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार 58 प्रतिशत कम बारिश(Rain) हुई है। ऐसे में झारखंड(Jharkhand) के पूर्व मंत्री बंधु तिर्की(Bandhu tirkey) ने पर्याप्त बारिश नहीं होने से किसानों के प्रति चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि हमारे राज्य में धान (Paddy)की खेती बेहद प्रभावित हुई है। मांडर विधानसभा(Mandar assembly) क्षेत्र के सभी किसान(Farmer) परिवार भी इस समस्या को लेकर परेशान है। लगातार किसानों से धनरोपाई न होने की सूचना मिल रही है। किसानों का कहना है कि खेतों में धान का बिचड़ा तो लगा दिया लेकिन बारिश के अभाव ने धान रोपाई में बुरी तरह रुकावट डाला है।

जल के दूसरे स्रोत कृषि के लिए पर्याप्त नहीं
पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने कहा कि राज्य में जल के दूसरे स्रोत इतने पर्याप्त नहीं है कि उनसे खेती की जा सके। राज्य में करीब करीब सूखाड़ की स्थिति बन गई है। इस बार धान की फसल उपज में भारी गिरावट होगी। किसान परिवारों की इस दुविधा को मैं भली-भाँति समझ रहा हूँ। झारखंड में किसान पूरे वर्ष अपने द्वारा किये गए कृषि से ही अनाज प्राप्त करते हैं और परिवार का भरण पोषण करते हैं। सूखाड़ की यह स्थिति किसानों की जीविका से जुड़ा मसला है। हमें इस विषय पर गंभीरता से सोचना होगा। बंधु तिर्की ने कहा कि मैं सरकार से इस समस्या पर उचित कदम उठाने हेतु आग्रह करता हूँ। मैं मांडर विधानसभा क्षेत्र को सूखाड़ घोषित करने की मांग करता हूँ।हालाँकि झारखंड सरकार एवं कृषि विभाग मंत्रालय लगातार सुखाड़ की स्थिति पर जिले के अधिकारियों के साथ बैठक कर रिपोर्ट तैयार कर रही है। लेकिन, अब इस विषय पर त्वरित निर्णय लेने का वक्त आ गया है।